लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : एक शिक्षक अपने छात्रों को नैतिकता का ज्ञान देता है और उसी ज्ञान से लबरेज छात्र जब उन्हीं के समक्ष कुछ अनुकरणीय करता है तो उस शिक्षक के लिए इससे बढ़कर उपलब्धि और कुछ नहीं होती. छोटे बच्चों को जब विद्यालयों में पर्यावरण संरक्षण या पौधारोपण का किताबी ज्ञान दिया जाता है तो वह जब किताबों से निकलकर वास्तविक जीवन में उतरना शुरू करता है तो सही मायने में यह ही ज्ञान की सार्थकता मानी जाती है.
आजाद राजीव की सात साल की सुपुत्री प्रज्ञा अपने किताबी ज्ञान को अपने वास्तविक जीवन में उतारने की कोशिश की है. बताया जाता है कि प्रज्ञा जन्म दिन से लेकर विवाह समारोहों में पौधा वितरण एवं पौधारोपण का कार्य करती है. शनिवार को भी प्रज्ञा ने ऐसा ही किया और अपने शिक्षक मारवाड़ी मोहल्ला निवासी नितीन दहलान की शादी में उन्होंने वर-वधु को पौधा भेंटकर नवजीवन की बधाई दिया. साथ ही पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. सात वर्षीय प्रज्ञा का मानना है कि पौधारोपण से हर तरफ हरियाली लाया जा सकता है और हरियाली ही खुशहाली की कुंजी है. ज्यादा से ज्यादा पेड़ होंगे तो हमें आक्सीजन पर्याप्त मात्रा में मिलेगी. सात वर्षीय प्रज्ञा के पर्यावरण संरक्षण का यह छोटा प्रयास बड़ा संदेश देता है. प्रज्ञा के इस प्रयास की प्रशंसा हो रही है. प्रज्ञा की मां प्रेरणा बताती हैं कि शहरीकरण के कारण लोग देशज ज्ञान – विज्ञान को भूलते जा रहे हैं, जिसमें पर्यावरण संरक्षण भी एक है. उनका मानना है कि प्रज्ञा द्वारा छोटे स्तर पर ही सही लेकिन कई मौकों पर पौधा वितरण एवं पौधारोपण कर एक नई मिसाल प्रस्तुत की गई है. साथ ही वे बताती हैं कि पौधा वितरण का यह आईडिया उसी का था और पौधा देना उसे अच्छा लगता है.