लाइव खगड़िया : जिले से रिटायर्ड हुए एक जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने अपनी इकलौती बेटी को अपनी सभी चल व अचल संपत्ति से बेदखल कर दिया है.इस आशय की जानकारी देते हुए उन्होंने मीडिया के नाम जारी एक पत्र में कहा है कि विगत दिनों बेटी के संदर्भ में जो घटनाक्रम उत्पन्न किया गया है उससे उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा धूमिल हुई है.साथ ही उन्होंने कहा है कि एक पिता को रूप में उन्होंने हमेशा अपनी एकमात्र संतान के बेहतर जीवन,शिक्षा व भविष्य की चिंता की है.लेकिन वो किसी के बहकावे में आकर और ब्लैकमेलिंग का शिकार होकर अपने हित की बात सुनने व समझने के लिए तैयार नहीं है.साथ ही वो परिवार की प्रतिष्ठा को समाप्त करने पर तुली हुई है.ऐसे में इन मामलों से विक्षुप्त व दुःखी होकर वो अपनी पुत्री को अपने सभी चल व अचल संपत्ति से बेदखल करने का निर्णय लिया है.उल्लेखनीय है कि बीते माह एक वेबसाइट पर जिले के तत्कालिन जज पिता द्वारा बेटी को घर में बंधक बनाने की खबर प्रकाशित होने के बाद हाई कोर्ट ने मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए मामले की सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया था.प्रकाशित खबर में मामले की वजह को प्रेम प्रसंग का बताया गया था.वहीं हाई कोर्ट के निर्देश के बाद जज की बेटी को पुलिस ने कोर्ट में उपस्थित किया था.जहां चीफ जस्टिस ने पीड़िता की बातों को सुनने का बाद उन्हें पटना के चाणक्या लॉ यूनिवर्सिटी के गेस्ट हाऊस में ऱखने का निर्देश दिया था.बहरहाल मामले की अगली सुनवाई इसी सप्ताह होनी है.
यह भी पढें : राजस्थान की युवती कथित प्रेमी संग मिली परबत्ता में,युवक बेगूसराय का