लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : अगुआनी-सुल्तानगंज के बीच निर्माणाधीन गंगा महासेतु का सुपर स्ट्रक्चर शुक्रवार की रात तेज आंधी में जमींदोज हो गया. गनीमत रही कि घटना के वक्त निर्माण कार्य में लगे कर्मी मौके पर मौजूद नहीं थे. करीब 1710 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस पुल का केवल युक्त सुपर स्ट्रक्चर (उपरी हिस्सा) गिरना अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा करता है. बताया जाता है कि सुल्तानगंज की तरफ से पिलर संख्या 4, 5 एवं 6 के बीच केबल युक्त सुपर स्ट्रक्चर के कई हिस्सों में कार्य हो चुका था. ऐसे में इसका गिरना पुल निर्माण कंपनी एसपी सिंगला के साथ-साथ बिहार राज्य पुल निगम निर्माण लिमिटेड के कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है. पुल निगम इस साल के अंत तक सेतु को चालू करने का दावा कर रहा था. बहरहाल यह घटना पुल के चालू होने के समय सीमा को कितना प्रभावित करता है यह तो वक्त ही बतायेगा. फिलहाल प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है और पुल निर्माण कंपनी से लेकर पुल निगम के कई अधिकारी घटनास्थल पर जुटे हुए हैं.
मिली जानकारी के अनुसार सुल्तानगंज की तरफ से पिलर नंबर 4, 5 एवं 6 के ऊपर सुपरस्ट्रक्चर के साथ-साथ केवल टाइट करने का कार्य चल रहा था. लेकिन इस बीच तेज आंधी में लगभग एक सौ फीट से अधिक सुपर स्ट्रक्चर गिरने की बातें सामने आ रही है. बतातें चलें कि मार्च 2020 तक इस महासेतु पर आवागमन शुरू करने का विभागीय निर्देश था. लेकिन 2019 की बाढ़ ने निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाया और ऐसा संभव नहीं हो सका. जिसके उपरांत विभाग ने 2021 तक महासेतु पर आवागमन चालू करने का लक्ष्य रखा था. लेकिन कोरोना काल में लॉक डाउन में भी कार्य प्रभावित हुआ. ऐसे में 2022 में पुल चालू करने का लक्ष्य रखा गया था.
इधर मामले पर परबत्ता विधायक डॉ संजीव कुमार ने कहा कि अगुवानी -सुल्तानगंज फोर लेन महासेतु निर्माणाधीन है और पुल निर्माण कंपनी एसपी सिंगला के अधिकारी से उनकी बातचीत हुई. जिसमें बताया गया कि सुल्तानगंज की तरफ से सुपर स्ट्रक्चर को केवल से टाइट करने में तकनीकी फोल्ट के कारण सुपरस्ट्रक्चर गिरा है. जिसे पुनः निर्माण कर पिलर पर लगाया जाएगा. साथ ही विधायक ने कहा है कि पुल निर्माण का कार्य कर रही कंपनी की मामले में जवाबदेही बनती है तथा पुल निर्माणाधीन है. घटना से निर्माण में थोड़ी बाधा जरूर पहुंची है.