लाइव खगड़िया : बीते वर्ष गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर से चंपारण से शुरू हुई राष्ट्रीय समान अधिकार यात्रा का छठा चरण मंगलवार को जिले में एक दिवसीय यात्रा के साथ संपन्न हो गया.वहीं यात्रा में शामिल लोगों का जिले में भव्य स्वागत किया गया.इस दौरान जिले के सन्हौली,बेला,गंगौर,लालपुर,बोरना आदि जगहों पर जनसम्पर्क अभियान चलाकर 25 फरवरी को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित होनेवाली विशाल सवर्ण रैली और केंद्र व राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों पर चर्चा की गई.
इस क्रम में सन्हौली में सवर्ण एकता मंच एवं राष्ट्रीय समान अधिकार यात्रा के संयुक्त तत्वावधान में एक सभा का भी आयोजन किया गया.जिसकी अध्यक्षता स्वर्ण एकता मंच के जिला अध्यक्ष अनुपम सिंह एवं मंच संचालन अमरजीत सिंह ने किया.वहीं अपने संबोधन में राष्ट्रीय समान अधिकार यात्रा के राष्ट्रीय संयोजक ई. रविन्द्र कुमार सिंह ने केंद्र की मोदी सरकार द्वारा सवर्णों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण संशोधन को छलावा बताया.वहीं उन्होंने इसे सिर्फ वोट की राजनीति बताते हुए कहा कि सवर्ण आरक्षण में 8 लाख तक इनकम वाले लोगों को गरीब माना गया है.जबकि इनकम टैक्स अदा करने का प्रावधान 3 लाख रूपये पर है. जो लोगों को भ्रमित करने वाला है.सरकार पहले इसे परिभाषित करना चाहिए.साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार ने पहली बार आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया है.लेकिन आरक्षण जाति या धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि आर्थिक गरीबी के आधार पर मिलना चाहिए और साथ ही उसका समय-सीमा भी तय होना चाहिए.
मौके पर उन्होंने कहा कि आरक्षण तभी प्रभावी होगा,जब लोग साक्षर होंगे.इसके लिए गांव-गांव तक समान शिक्षा प्रणाली की व्यवस्था करनी होगी और हमारी मांग भी यही है.साथ ही उन्होंने एससीएसटी जैसे कानून को भी खत्म करने की मांग को रखते हुए कहा कि जब तक यह खत्म नहीं होगा सवर्ण वोटर सत्ताधारी दल को वोट नहीं करेंगे.भले ही सभी राजनीतिक पार्टियां कहती है कि हम जात-पात की राजनीति नहीं करते हैं और सब का साथ सब का विकास की वो बातें करती हो.लेकिन यह भी एक बड़ी विडंबना है कि पार्टियों ने पिछड़ा प्रकोष्ठ,अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ,दलित प्रकोष्ठ, महादलित प्रकोष्ठ, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ बना रखी है.लेकिन समान्य या सवर्णो का कोई प्रकोष्ठ नहीं है.
वहीं ई.रविन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय समान अधिकार यात्रा का मुख्य लक्ष्य देश को एक सूत्र में बांधना है.देश में नागरिकों के लिए समान अधिकार, समान नागरिकता और समानता का कानून लागू कराना है.सबों के लिए समान शिक्षा, पंचायत स्तर पर एक समान पाठ्यक्रम के तहत मॉडर्न स्कूल स्थापना और सभी बच्चों को एक स्कूल में पढ़ने की व्यवस्था हो.साथ ही उन्होंने आयुष्मान योजना को भी जन विरोधी करार देते हुए कहा कि इससे न सवर्णों का और न देश के अन्य कमजोर लोगों का ही भला होगा.क्योंकि इस योजना के तहत लाभ भी अपोलो और पारस जैसे अस्पतालों को मिलेगा. जहां गरीब या मध्यम वर्ग के लोग इलाज कराने में सक्षम नहीं होंगे.ऐसे में हमारी मांग है कि राज्य की सभी प्रखंडों में एक मॉडर्न सुपर मल्टी स्पेशल हॉस्पिटल का निर्माण हो.जहां गरीब, मध्यम वर्ग और अमीर एक साथ इलाज करा सके.
मौके पर रोहित सिंह रैकवार ने अपने संबोधन में कहा की सवर्ण समाज के आजादी की लड़ाई राष्ट्रीय समान अधिकार यात्रा है. जिसमे युवाओं का भरपूर समर्थन प्राप्त हो रहा है. हम एक ऐसा भारत बनाने की मांग कर रहे हैं, जो एक हो.जहां किसी की हकमारी न हो और सबको समान अधिकार भी मिले.वहीं उन्होंने कहा कि जो समाज राष्ट्र के उत्थान के लिए बलिदान देने को हमेशा तैयार रहता है उसी समाज को खत्म करने की राजनीति की जा रही है.एक तरफ समाज के सभी लोगों व राष्ट्र के उत्थान की बात होती है और दूसरी तरफ सवर्ण समाज के उत्थान के लिए कोई नहीं सोचता है. इसलिए 25 फरवरी को राष्ट्रीय समान अधिकार यात्रा के द्वारा पटना के गांधी मैदान में सवर्ण समाज का विशाल रैली रखा गया है.जिसमें राज्यभर से लोग शामिल होंगे.
मौके पर विशाल सिंह परमार ने कहा कि देश में समान शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था की मांग इस यात्रा का प्रमुख उद्देश्य है. जिसको लेकर हम जनजागृति पैदा करने के लिए लोगों के बीच जा रहे हैं. सामाजिक उत्थान के लिए आज बिहार में एक जैसी शिक्षा नीति की आवश्यकता बेहद आवश्यक है.
इस अवसर पर सर्वसम्मति से राष्ट्रीय समान अधिकार यात्रा की खगड़िया कमिटी भी गठित की गई.जिसमें अनुपम सिंह को जिला संयोजक, राजीव मोहन सिंह को संरक्षक, अमरजीत सिंह को सह संयोजक, राहुल कुमार को युवा जिला संयोजक मनोनीत किया गया.
मौके पर सवर्ण एकता मंच के जिला अध्यक्ष अनुपम सिंह, प्रधान महासचिव राहुल सिंह राजपूत, संयोजक राहुल कुमार, कोषाध्यक्ष उदयशंकर सहित अशोक सिंह, राजीव मोहन सिंह, पप्पू पांडेय, मनीष दुबे,मनीष कुमार राय, लालबहादुर सिंह, ज्ञानू चौधरी, अमन चौधरी, छोटे चौधरी, मदन मोहन सिंह(गुड्डू जी), सौरभ सिंह, हर्षवर्धन सिंह, विकाश सिंह, चंदन चौहान आदि मौजूद थे.