लाइव खगड़िया : बिहार सरकार के राजभाषा विभाग के निर्देश पर हिन्दी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जिला प्रशासन के द्वारा समाहरणालय के सभा कक्ष में हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया.जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी अनिरूद्ध कुमार ने किया.इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि हिन्दी विश्व की प्रमुख भाषाओं में से एक है.ऐसे में अंग्रेजी भाषा के बढ़ते चलन के बीच हिन्दी की अनदेखी करना हमारी भूल होगी.वहीं उन्होनें कहा कि विश्व की प्राचीन,समृद्ध और सरल भाषाओं में एक हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा है और हिन्दी हमारे सम्मान, स्वाभिमान और गर्व की भाषा भी है.जिसने हमें विश्व में एक नई पहचान दिलाई है.साथ ही उन्होंने बताया कि आजादी मिलने के दो साल बाद वर्ष 1949 के संविधान सभा में एक मत से हिन्दी को राजभाषा घोषित किया गया था और इसके बाद से 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.मौके पर मौजूद वरिष्ठ साहित्कार सह पत्रकार रंजन वर्मा ने हिन्दी साहित्य सृजन का जिक्र करते हुए हिन्दी के प्रति अपनी प्रेम को दर्शाया और साथ ही हिन्दी की सारगर्भित कविता भी प्रस्तुत किया.जबकि पूर्व प्राचार्य डॉ. अमोद कुमार ने हिन्दी के सर्वव्यापी प्रचलन पर जोर दिया.वहीं लोकपाल श्रीकांत यादलाइव खगड़िया : बिहार सरकार के राजभाषा विभाग के निर्देश पर हिन्दी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जिला प्रशासन के द्वारा समाहरणालय के सभा कक्ष में हिन्दी दिवस समारोह का आयोजन किया गया.जिसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी अनिरूद्ध कुमार ने किया.इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि हिन्दी विश्व की प्रमुख भाषाओं में से एक है.ऐसे में अंग्रेजी भाषा के बढ़ते चलन के बीच हिन्दी की अनदेखी करना हमारी भूल होगी.वहीं उन्होनें कहा कि विश्व की प्राचीन,समृद्ध और सरल भाषाओं में एक हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा है और हिन्दी हमारे सम्मान, स्वाभिमान और गर्व की भाषा भी है.जिसने हमें विश्व में एक नई पहचान दिलाई है.साथ ही उन्होंने बताया कि आजादी मिलने के दो साल बाद वर्ष 1949 के संविधान सभा में एक मत से हिन्दी को राजभाषा घोषित किया गया था और इसके बाद से 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.
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