Dengue Fever : खगड़िया में डेंगू के डंक से मचा हाहाकार
लाइव खगड़िया : जिले में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और खगड़िया को भी डेंगू चपेट में लेने लगा है. अस्पताल व प्राइवेट क्लिनिक में मरीजों की भीड़ बता रही है कि जिले में डेंगू से हाहाकार मचा हुआ है और विभिन्न क्षेत्रों में डेंगू पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है. मिली जानकारी के अनुसार जिले में वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ने से पैथो लैब में डेंगू टेस्ट के लिए मरीजों की लाइन सी लगी रहती है और रोज नए केस सामने आ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि डेंगू से पीड़ित मरीज का प्लेटलेट्स कम हो जाता है. लेकिन जिले में फीवर से पीड़ित ऐसे केस भी सामने आ रहे हैं, जिनका डेंगू टेस्ट में रिपोर्ट तो निगेटिव आ रहा है, लेकिन उनका प्लेटलेट्स सामान्य से कम पाया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि आमतौर से शरीर में डेढ़ लाख से लेकर 4 लाख तक प्लेटलेट्स होते हैं.
बीते दिनों डेंगू से जिले के परबत्ता के एक शिक्षक की मौत हो चुकी है. इधर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ प्रयाशी भी स्वयं डेंगू से पीड़ित हो गए हैं. जिनका इलाज पटना के एम्स में चल रहा है.
नगर परिषद चला रहा डेंगू से बचाव का अभियान
डेंगू के बढ़ते मामले सामने आने पर खगड़िया नगर परिषद की तरफ से शहर में ब्लीचिंग का छिड़काव और फॉगिंग कराया जा रहा है. साथ ही नगर परिषद क्षेत्र में दो दर्जन मशीन से एंटी लारवा केमिकल के छिड़काव की तैयारी भी की जा रही है. बताया जाता है कि नगर परिषद ने 10 दिनों के अंदर नए मरीज नहीं मिलने का लक्ष्य रखा गया है. नगर सभापति अर्चना कुमारी ने बताया है कि डेंगू महामारी को कंट्रोल करने के लिए नगर परिषद प्रतिबद्ध है. जिसके लिए वे एवं कार्यपालक पदाधिकारी, क्षेत्र के सभी वार्ड पार्षद के साथ नगर परिषद के कर्मी एवं सामाजिक कार्यकर्ता दिन-रात प्रयासरत हैं. वहीं नगर सभापति ने बताया कि शहर में लिक्विड छिड़काव के लिए डेढ़ दर्जन नई मशीनों की खरीद की गई है. साथ ही फुक्किंग मशीनों की संख्या बढ़ने पर भी विचार किया जा रहा है और डेंगू महामारी से निपटने के लिए अन्य जरूरी सामानों को जुटाया जा रहा है.
सदर अस्पताल के कोविड वार्ड को डेंगू वार्ड में परिवर्तित करने की उठी मांग
जिले में बढ़ते डेंगू मरीजों की संख्या के बीच भाजपा के जिला अध्यक्ष शत्रुघ्न भगत के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने सिविल सर्जन से मिलकर सदर अस्पताल खगड़िया में डेंगू जांच के लिए काउंटर खोलने एवं कोविड वार्ड को कुछ समय के लिए डेंगू वार्ड में परिवर्तित करने की मांग रखी है. ताकि लोगों को बेड के लिए प्राइवेट अस्पताल के चक्कर न लगाना पड़े और शहर में बढ़ते डेंगू के मरीज की संख्या पर काबू पाया जा सके.
कैसे फैलता है डेंगू ?
मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से डेंगू होता है. यह मच्छर इंसान को दिन के समय काटता हैं. इसके अलावा जब कोई एडीज़ मच्छर किसी डेंगू के मरीज़ को काटता है और फिर जब यह मच्छर किसी स्वस्थ शख्स को काटता है, तो उसे भी डेंगू हो जाता है. क्योंकि मच्छर के काटने से उसके शरीर में भी वायरस पहुंच जाता है.
डेंगू होने पर बुखार के अलावा सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द भी होता है. इसके अलावा आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, कमज़ोरी, भूख न लगना, गले में दर्द होना, मुंह का स्वाद खराब हो जाना और शरीर पर रैशेज़ जैसे लक्षण भी नज़र आ सकते हैं. डेंगू के ज़्यादातर लक्षण आम वायरल फीवर जैसा ही होता है. इसलिए कई बार बुख़ार आने पर भी लोग इसे वायरल समझ कर नज़रअंदाज़ करते हैं. लेकिन डेंगू से संक्रमित होने पर प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है.
Disclaimer : आलेख में डेंगू संबंधित जानकारी सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लें.