
कोरोना संकट काल में सदर अस्पताल को मिला जिले का पहला वेंटिलेटर
लाइव खगड़िया : कोरोना संक्रमण के बढते मामले के बीच एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा सीएसआर के तहत जिला स्वास्थ्य समिति को सदर अस्पताल के लिए एक वेंटिलेटर तथा दो हाइड्रोलिक बेड उपलब्ध कराया गया है. गौरतलब है कि एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा ही अगुवानी घाट गंगा पुल का निर्माण कार्य किया जा रहा है.
सदर अस्पताल में जिला स्वास्थ्य समिति को वेंटिलेटर व हाइड्रोलिक बेड सौंपे जाने के मौेके पर जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष एवं जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ संजीव कुमार भी उपस्थित थे. वहीं जिलाधिकारी ने बताया कि कंपनी द्वारा प्रदत्त उपकरण को चिकित्सकों के प्रशिक्षण के उपरांत यथाशीघ्र उपयोग में लाया जायेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि जिले के सदर अस्पताल में वेंटिलेटर वार्ड की सुविधा एक उपलब्धि है और जिले का प्रथम वेंटिलेटर वार्ड स्वास्थ्य क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा. इस अवसर पर उप विकास आयुक्त राम निरंजन सिंह, सिविल सर्जन आदि मौजूद थे.
क्या है वेंटिलेटर !
बहुत सरल भाषा में कहें तो यह एक मशीन है जो ऐसे मरीजों की जिंदगी बचाती है जिन्हें सांस लेने में तकलीफ है या फिर खुद सांस नहीं ले पा रहे हैं. जब किसी बीमारी की वजह से फेफड़े अपना काम नहीं कर पा रहा हो तो वेंटिलेटर से सांस लेने की प्रक्रिया को जारी रखी जाती हैं. इस बीच डॉक्टर इलाज के जरिए फेफड़ों को दोबारा काम करने लायक बनाते हैं.
कोरोना मरीजों के लिए क्यों जरूरी है वेंटिलेटर !
चिकित्सकों की मानें तो कोविड-19 से संक्रमित कुछ एक मरीज की जब स्थिति गंभीर हो जाती है तो उसे सांस लेने में कठिनाई होने लगती है. ऐसे मरीजों में वायरस फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है और फेफड़ों में पानी भर जाता है. जिससे मरीज को सांस लेना बहुत मुश्किल हो जाता है और उनके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगती है. ऐसे में वेंटिलेटर्स की आवश्यकता होती है. इसके जरिए मरीज के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को समान्य बनाया जाता है.