जीवनशैली व आत्मा को नया रूप देती है श्री राम कथा का श्रवण : स्वामी आगमानंद
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : “श्री राम कथा तन-मन को पवित्र कर उज्जवल करने के साथ-साथ जीवन शैली व आत्मा को नया रूप देती है.श्री राम कथा के आलोक में शिव शक्ति ओर शिव जी की महिमा अनुपम है.सबको राम प्रेम प्राप्त करने के लिए शिव तत्व को समझना चाहिए.प्रभु श्री राम का चरित्र हम सबको अपने माता-पिता की सेवा करना व उनकी आज्ञा का पालन करना सिखाता है.श्रीराम की कथा भगवान श्री शंकर ने माता पार्वतीजी को सुनाई थी.उस कथा को एक कौवे ने भी सुन लिया.उसी कौवे का पुनर्जन्म कागभुशुण्डि के रूप में हुआ. कागभुशुण्डि को पूर्व जन्म में भगवान शंकर के मुख से सुनी वह रामकथा पूरी की पूरी याद थी.उन्होंने यह कथा अपने शिष्यों को सुनाई और इस प्रकार रामकथा का प्रचार-प्रसार हुआ.भगवान शंकर के मुख से निकली श्रीराम की यह पवित्र कथा अध्यात्म रामायण के नाम से विख्यात है.इसके अलावा एक कथा और प्रचलित है.कहा जाता हैकि सर्वप्रथम रामकथा हनुमानजी ने लिखी थी और वह भी शिला पर.यह रामकथा वाल्मीकिजी की रामायण से भी पहले लिखी गई थी और ‘हनुमन्नाटक’ के नाम से प्रसिद्ध है.”
उक्त बातें सहरसा के सोनबर्षा राज प्रखंड के विराटपुर पंचायत के प्रसिद्ध श्री माता चंडिका स्थान विराटपुर के प्रांगण में आयोजित पांच दिवसीय श्री श्री 108 शत् चंडी महायज्ञ सह संगीमय मंगलकारी श्री राम कथा के दूसरे दिन कथा व्यास श्री शिव शक्ति योग पीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कही.
वहीं प्रवचन कर्ता पंडित भूषण ठाकुर,पंडित प्रेमशंकर भारती, आचार्य पंकज शास्त्री ने भी श्रोताओं को मंगलकारी श्री राम कथा का रसपान करा रहे थे.साथ ही बीच बीच में भजन सम्राट डॉ.दीपक मिश्र सहित आकाशवाणी से जुडे संगीत कलाकार के भक्ति संगीत से माहौल भक्तिमय रहा.
बताया जाता है कि श्री माता चंडिका स्थान विराटपुर समिति के द्वारा व्यापक व्यवस्था किया गया था.वहीं महायज्ञ में सहरसा, खगड़िया, भागलपुर, नवगछिया, मधेपुरा पटना के अलावा अन्य जिले से भी स्वामी जी के अनुयायी पहुंचेथे.इस अवसर पर मंगलकारी श्री राम कथा के साथ-साथ झांकी चित्रण भी किया जाता रहा था.बताया जाता है कि श्री माता चंडिका स्थान में प्रतिदिन विशेष पूजा का आयोजन किया जा रहा है.वहीं दर्जनो महिला एवं पुरुष ने श्री माता चंडिका स्थान में परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज से गुरू दीक्षा प्राप्त किया .झबकि पून: 20 जनवरी को गुरू दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा .साथ ही प्रत्येक दिन योग प्रशिक्षक बालक एवं सुबोध जी के द्वारा लोगो को योगाभ्यास करवाया जा रहा है.