लाइव खगड़िया : राजनीति के कई रंग होते हैं और यदि इसमें चुनावी रंग घुल जाये तो उसे परखना थोड़ा और भी मुश्किल हो जाता है. इस वर्ष होने वाले नगर परिषद चुनाव कौ लेकर शहर की राजनीतिक तपिश बढ़ चुकी है और नगर सभापति के चयन की बदली चुनावी प्रक्रिया से इस पद की चाहत रखने वाले नेताओं की महत्वाकांक्षा हिचकोले खाने लगी है. उल्लेखनीय है कि अब तक नगर सभापति का चुनाव निर्वाचित वार्ड पार्षद के द्वारा किया जाता था. लेकिन अब जनता के मत से नगर सभापति का चुनाव होना है. इस चुनाव का रंग नगर में चढ़ने लगा है और इस पद की चाहत रखने वाले कई जाने-अनजाने चेहरे सामने आने लगे हैं.
इन्हीं चेहरों में एक भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अर्जुन कुमार शर्मा की भी हैं. चर्चाएं है कि वे अपनी पत्नी को चुनावी मैदान में उतारने की चाहत रखते हैं. इस बीच उनका एक पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि “कोई बताए हमें राम कहां है. मैं उनसे मिलना चाहता हूं. शर्त यही है बताने वाले उनसे मिला हो.” चूंकि अर्जुन कुमार शर्मा भाजपा से नाता रखते हैं और अबतक उनकी छवि जिले के एक गंभीर व पार्टी समर्पित भाजपा नेता के तौर पर होती रही थी. ऐसे में उनके इस पोस्ट पर चर्चाएं होना लाजिमी था. हलांकि उन्हें किस राम की तलाश है, ये तो वे ही जानें. लेकिन जिला भाजपा में भी एक राम हैं. जी हां, हम बात कर रहे हैं भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सह परबत्ता विधानसभा से पार्टी के पूर्व प्रत्याशी रहे रामानुज चौधरी का. लेकिन उनसे तो अर्जुन शर्मा की मुलाकात होती रही है. ऐसे में माना जा सकता है कि उनका इशारा किसी और तरफ है.
इस बीच भाजपा नेता अर्जुन शर्मा की पोस्ट पर विभिन्न तरह की प्रतिक्रिया आने का सिलसिला जारी है. इन प्रतिक्रियाओं में एक वार्ड पार्षद सोहन कुमार की टिपण्णी सुर्खियां बटोर रही है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि “आगे-आगे देखिये होता है क्या, नगर सभापति चुनाव आते-आते बहुतों को रांची जाना पड़ेगा”. जबकि विवेक भारती लिखते हैं कि “खगड़िया भाजपा को विधानसभा और लोकसभा मे ऐतिहासिक स्थिति मे लाने के लिये ऐसे-ऐसे ही युग पुरुषों का बहुत योगदान रहा होगा”. बहरहाल सौशल मीडिया पर अपनी इस पोस्ट को लेकर अर्जुन शर्मा चर्चाओं में हैं.