Breaking News

अगुवानी – पसराहा फोर लेन एप्रोच पथ का 7754 वृक्षों के संरक्षण का कार्य शुरू

लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : अगुवानी-पसराहा के बीच फोर लेन एप्रोच पथ का कार्य तेजी से चल रहा है. साथक्षही उक्त सड़क के बीच पड़ने वाले वृक्षों के संरक्षण का कार्य भी शुरू हो गया है. हलांकि संबंधित एजेंसी एवं वन विभाग के लिए हजारों पेड़ों को जीवित रखना किसी चुनौती से कम नहीं.




बेगूसराय के वन प्रमंडल पदाधिकारी के द्वारा बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड को सौंपे गए रिपोट में कहा गया है कि अगुवानी – सुल्तानगंज महासेतु पर फोर लेन एप्रोच पथ निर्माण में पड़ने वाले कुल 7784 वृक्षों में 7754 का पुर्नस्थापना एवं 30 वृक्षों का पातन करना है. वन विभाग के रेंज ऑफिसर अजय सिंह की मानें तो बेगुसराय वन प्रमंडल में वृक्षों का पुर्नस्थापना शुरू किया जा रहा है और विभाग वृक्षों को बचाने का हर संभव कोशिश करेगी. इस बाबत अगुवानी – सुल्तानगंज पुल निर्माण कंपनी एस पी सिंगला कंस्ट्रक्शन के द्वारा एप्रोच पथ पर कार्य तेजी से किया जा रहा है.

परबत्ता प्रखंड के वन उप परिसर पदाधिकारी शत्रुघ्न पंजियार ने बताया है कि अगुवानी से पसराहा के बीच फोरलेन एप्रोच पथ के किनारे दो हजार से अधिक वृक्षो का पुर्नस्थापना किया गया है. मिली जानकारी के मुताबिक विगत दिनों पसराहा ढाला और सोनडीहा ढाला के बीच अगुवानी – पसराहा फोर लेन सड़क के जीरो माइल निर्माण में हरे पेड़ काटे जा रहे थे तथा ट्रेक्टर से ढुलाई भी किया जा रहा है. जिसका स्थानीय लोगों कै द्वारा दबी जुवान से इसका विरोध भी किया गया था. इस बाबत वन उप परिसर पदाधिकारी शत्रुघ्न पंजियार ने बताया कि अगुवानी- पसराहा फोर लेन सड़क निर्माण में चिन्हित पेड़ का पुर्नस्थापना एवं पातन का कार्य चल रहा है. इस क्रम में पेड़ की टहनियों को ट्रेक्टर पर लाद कर महेशखूंट डीपो में वन विभाग के देख देख में जमा किया जा रहा है. एजेंसी द्वारा पुर्नस्थापित किए जाने वाले सभी वृक्षों का 3 वर्षों तक नियमानुसार देख रेख किया जाएगा. इस। बीच यदि पौधे के सुखने की स्थिति में उसके जगह दूसरा पौधा सरकारी पौधशाला से मुफ्त में उपलब्ध कराकर पौधारोपण किया जाना है. साथ ही उन्होंने बताया कि वृक्षों का पुर्नस्थापना कार्य तीन महिने के अंदर होना है. ऐसे में देखना दीगर होगा कि अगुवानी-पसराहा के बीच फोर लेन एप्रोच पथ निर्माण में सम्बंधित कंपनी एवं वन विभाग पुर्नस्थापना कर कितने वृक्षों को जीवित रखने में कामयाब हो पाती है.

बताते चलें कि अगुवानी-सुल्तानगंज गंगा नदी पर महासेतु की लम्बाई करीब 3.160  किलोमीटर  है. जबकी एप्रोच पथ की कुल लम्बाई करीब 25 किलोमीटर है. राष्ट्रीय उच्च पथ-31 स्थित पसराहा एवं मुंगेर-भागलपुर राष्ट्रीय उच्च पथ 80 स्थित सुल्तानगंज के पास फोरलेन सड़क का मिलान किया जाना है.



Check Also

आग में झुलसने से महिला की दर्दनाक मौत

आग में झुलसने से महिला की दर्दनाक मौत

error: Content is protected !!