
बीएड के परीक्षा परिणाम में चमके राजमाता माधुरी देवी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के छात्र
लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय, पटना के द्वारा बीएड के सत्र 2019 -21 का द्वितीय वर्ष का अंतिम परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया है और जिले के राजमाता माधुरी देवी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज, आवास बोर्ड के छात्र अध्यापक एवं छात्र अध्यापिकाओं का परीक्षा परिणाम शानदार रहा है. कॉलेज के टॉप-10 में शालनी कुमारी (87.38%), पूजा कुमारी (86.92%), अंजली कुमारी (86.15%), नेहा कुमारी (85.77%), राजलक्ष्मी (85.62%), निधि कुमारी (85.46%), अर्चना कुमारी (85.38%), अंकित कुमार (85.38%), बंदना कुमारी (85.31%) एवं शारदा कुमारी (85.15%) का नाम शुमार है. बताया जाता है कि इन सभी को ‘ओ’ (O) ओ ग्रेड मिला है, जो कि विश्वविद्यालय का सर्वोत्तम ग्रेड है. जबकि कॉलेज के
शेष 87 छात्र-छात्राओं को ‘ए प्लस’ (A+) ग्रेड मिला है.
इधर परीक्षा परिणाम सामने आने पर राजमाता माधुरी देवी टीचर ट्रेनिंग कॉलेज के मैनेजमेंट कमिटी के सदस्य सहित कर्मचारियों ने शानदार रिजल्ट पर हर्ष व्यक्त करते हुए समय पर परीक्षा परिणाम प्रकाशित करने पर आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया है.
कॉलेज के संरक्षक डॉक्टर स्वामी विवेकानंद ने कहा है कि उनका मकसद जिले को एजुकेशन हब बनाने की है तथा यहां के छात्र श्यामलाल चंद्रशेखर नर्सिंग कॉलेज की तरह ही विश्वविद्यालय में गोल्ड मेडल प्राप्त करें और भविष्य में एक बेहतर शिक्षक के रूप में राष्ट्र के निर्माण में सहयोगी बनें. जबकि कॉलेज की अध्यक्ष डॉ रीना कुमारी रूबी ने कहा है कि परीक्षा में बेहतर परिणाम छात्रों के कठिन परिश्रम एवं शिक्षक व कर्मचारियों के सहयोग के कारण संभव हो सका है और इसके लिए सभी बधाई के पात्र है.
कॉलेज के प्राचार्य डॉ इंद्रजीत, प्रो राजेश यादव, प्रो प्रीति कुमारी, प्रो सतेंदर राम, प्रो बिंद बहादुर कुशवाहा, प्रो प्रदीप, प्रो अनुराधा, प्रो भारती, प्रो कर्मवीर, प्रो इंद्रजीत कुमार, पुस्तकालय अध्यक्ष श्री रामानंद, कार्यालय सहायक मिलन कुमार यादव, मिथुन कुमार एवं रूपेश कुमार ने सफल छात्र छात्राओं को बधाई देते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है. जबकि कॉलेज के व्यवस्थापक इंजीनियर धर्मेंद्र कुमार ने कहा है कि बहुत ही कम समय में यह संस्थान जिला में नंबर वन स्थान हासिल किया है और आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में भी शुरुआत के 10 कॉलेजों में यह संस्थान शामिल हो गया. साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश होगी कि भविष्य में यह कॉलेज आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय तथा बिहार का नंबर वन शैक्षणिक संस्थान बने.