लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : लोजपा के आंतरिक कलह के बीच सांसद चौधरी महबूब अली कैसर क्षेत्र के दौरे पर हैं और साथ ही चिराग पासवान के समर्थक व सांसद के विरोधियों ने जिले की राजनीति को एक बार फिर गर्म कर दिया है. गौरतलब है कि लोजपा सांसद चौधरी महबूब अली कैसर पशुपति पारस गुट के समर्थक हैं. सांसद के दौरे के दौरान लोजपा के जिलाध्यक्ष मो मासूम की मौजूदगी बयां कर रहा है कि वे पार्टी में पारस गुट के साथ हैं. दूसरी तरफ सांसद के पूर्व प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह हाजीपुर से 5 जुलाई से शुरू हो रहे चिराग पासवान के आशीर्वाद यात्रा की तैयारियों में जुट जाना इंगित कर रहा है कि वे सांसद का साथ छोड़ चुके हैं.
इस बीच चिराग पासवान ने एक निजी चैनल को दिये गए इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया है कि विगत लोगसभा चुनाव के दौरान चौधरी महबूब अली कैसर का टिकट लगभग कट चुका था और पशुपति पारस की पहल पर जिले के एक चर्चित नेता को लोजपा की सदस्यता ग्रहण करना था और खगड़िया संसदीय सीट से उनकी उम्मीदवारी लगभग तय थी. कहा तो यहां तक जा रहा है कि उस वक्त पशुपति पारस ही चौधरी महबूब अली कैसर के उम्मीदवारी के पक्ष में नहीं थे. चिराग पासवान की मानें तो अगले दिन चर्चित नेता को पार्टी की सदस्यता ग्रहण करनी थी और साथ ही उन्हें पार्टी का सिम्बल देना था. लेकिन इसके पूर्व उन्होंने रात के डेढ़ बजे अपने पापा रामविलास पासवान को नींद से जगाया और महबूब अली कैसर की उम्मीदवारी को लेकर उनसे बात की और लंबी चर्चाओं के बाद रात के ढाई बजे महबूब अली कैसर की उम्मीदवारी पर बात बन गई. जिसके बाद चौधरी महबूब अली कैसर 2019 के चुनाव में एकबार फिर राजग समर्थित लोजपा के उम्मीदवार बने और जीत के साथ उन्हें लगातार दूसरी बार खगड़िया संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला.
हलांकि चिराग पासवान ने पूरी चर्चाओं के दौरान उस चर्चित नेता के नाम का खुलासा नहीं किया, जिसकी उम्मीदवारी तय बताया जा रहा था. लेकिन विगत लोगसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक गलियारे में लोजपा के संभावित उम्मीदवार के दौर में जदयू नेता डॉ संजीव कुमार के नाम की चर्चाएं काफी तेज रही थी. फिलहाल डॉ संजीव कुमार जिले के परबत्ता विधानसभा क्षेत्र से जदयू के विधायक हैं. बहरहाल लोजपा के आंतरिक कलह के बीच पार्टी के अंदर की बातों का सामने आने का सिलसिला जारी है.