लाइव खगडिया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड के विभिन्न गांवों में रहस्यमयी मौत का आंकड़ा दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. बुधवार को लगार पंचायत के चकप्रयाग गांव में पचास वर्षीय सुभाष चौधरी की आकस्मिक निधन हो गया. वहीं चौबीस घंटे के अंदर उनके 92 वर्षीय पिता नागेश्वर चौधरी उर्फ़ नागे महंत की आकस्मिक मौत हो गई. जिससे मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है. इस घटना से चकप्रयाग गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. बता दें कि छह दिनों के अंदर तीन लोगों से अधिक की आकस्मिक मौत हो गई है. जिसके बाद ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव भेजकर घर-घर कोविड-19 की जांच कराने की मांग करने लगे है.
प्रखंड में संपूर्ण लॉकडाउन के बीच कोविड-19 संक्रमण जांच में कमी आई हैं. जबकि लॉकडाउन से पूर्व संक्रमण के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे थे. इस बीच बुधवार से अचानक इन आंकड़ों में कमी आने लगी है. कहा जा रहा है कि पहले जहां अस्पताल में रोजाना नियमित रूप से संदिग्ध पहुंचते थे और उसकी जांच की जाती थी. इस क्रम में हर दिन दर्जनभर कोविड-19 संक्रमण रोगियों की पहचान हो रहा था. इधर 5 मई से 15 मई तक संपूर्ण लॉकडाउन और उसके बाद पुलिस प्रशासन की सख्ती से लोग अस्पतालों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. जिसके चलते जांच प्रभावित हो रही है. बीसीएम दीपक कुमार के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार तक एक्टिव मामलों की कुल संख्या 390 था. वहीं बुधवार एवं गुरुवार को एक भी पॉजिटिव मरीजों के मामले सामने नहीं आए हैं.
