लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर सोमवार को 15 सूत्री मांगों को लेकर किसानों के द्वारा प्रदर्शन किया गया. जिसकी अध्यक्षता किसान नेता प्रभाशंकर सिंह, हरेराम चौधरी व विजय सिंह ने संयुक्त रूप से किया. इससे पूर्व जुलूस निकाला गया, जो कि शहर के विभिन्न मार्ग का भ्रमण करते हुए समाहरणालय के समीप पहुंचा और वहीं धरना दिया गया.
धरना सभा को भाकपा के जिला मंत्री प्रभाकर सिंह, माकपा नेता सुरेश प्रसाद, भाकपा माले के जिला संयोजक किरण देव यादव, जागता किसान के सचिव राहुल चन्द्र सिंह, जय किसान आंदोलन के अध्यक्ष नरेश यादव, गौतम गुप्ता, पुनीत मुखिया, केदार नारायण, धर्मेंद्र कुमार , सुनील कुमार, उपेंद्र कुमार, कमल किशोर यादव, एसयूसीआई नेता जीतेंद्र कुमार, रजनीश कुमार, अभिषेक कुमार, रविन्द्र यादव, मो. सुबहान, बिनोद कुमार, आनंद कुमार आदि ने संबंधित किया. इस क्रम में किसान नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार किसान से वार्ता करने के नाम पर समय खींच रही हैं. जबकि दिल्ली जाने वाली छह ट्रेन को बंद कर दिया गया ताकि देश के किसान आंदोलन में अधिक संख्या में नहीं पहुंच सकें. दूसरी तरफ आंदोलनरत किसानों पर लाठी, आंसू गैस, वाटर कैनन चलाकर सरकार आंदोलन को दबाना चाहती है. वहीं कहा गया कि जब तक कृषि बिल रद्द नहीं होता तबतक संघर्ष जारी रहेगा.
किसान नेताओं ने एमएसपी लागू करने, कृषि के तीनों बिल को वापस लेने, नया बिजली बिल व नयी शिक्षा नीति वापस लेने, किसानों को पेंशन देने व उसकै सभी कर्ज माफ करने, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश लागू करने, शहीद 11 किसान के परिजन को पचास पचास लाख रुपये मुआवजा देने, कृषि को उद्योग का दर्जा देने, मजदूरों को अनुदान राशि देने, जल निकासी करने, बाजार समिति में मंडी खोलने, फसल क्षतिपूर्ति देने जैसे 15 सूत्री मांगों को लेकर जिलाधिकारी के माघ्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
