
बुजुर्गों के प्रति आत्मीयता व्यक्त करने का मौका, नाम होगा व प्रमाणपत्र भी मिलेगा
लाइव खगड़िया : 15 अगस्त से 21 अगस्त तक देश Senior Citizen Week मना रहा है. इस क्रम में जिले के लोग भी “बात बड़ो की” श्रृंखला के तहत अपने परिवार के वृद्धजनों के लिए आभार व्यक्त के लिए विभिन्न तरीक़े से अपनी भागीदारी निभा सकते है. “बात बड़ों की” के तहत परिवार अथवा जीवन में बुजुर्गों की महत्ता विषय पर युवा निबंध लिख सकते है. जबकि Selfie With Senior Citizens के तहत फिजिकल डिसटेंसिंग रखते हुए अपने परिवार के बुजुर्गों के साथ सेल्फी लेकर शेयर किया जा सकता है. ध्यान रहे सेल्फी के साथ एक लाइन में अपनी भावनाओं को भी व्यक्त की जा सकती है. साथ ही सुनो कहानी के तहत बड़े बुजुर्गों से कहानी सुनते हुए बनाये गये विडियो को साझा किया जा सकता है. इतना ही नहीं 5 बुजुर्गों से आत्मीय बातचीत का ऑडियों भी साझा किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त परिवारों की शान बुज़ुर्ग की परेशानी में उनकी मदद के लिए भी आगे आ कर लोगों को जागरूक किया जा सकता है.
जिले के लोग बुजुर्ग परिजनों के साथ खींचीं गई सेल्फी, अपने अनुभव या वृद्धजनों के पहली जॉब जैसे अनुभवों, शहर से बाहर जाने वाली पहली कहानी , पत्र,कहानी, चित्रकला या ऑडियो-वीडियो क्लिप बना कर जिला प्रशासन के आधिकारिक फेसबुक पेज या नोडल पदाधिकारी के आधिकारिक नंबर 7903367268 पर साझा कर सकते है. चुनी गई प्रविष्टि को 21 अगस्त 2020 को विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस के अवसर पर संचालित वर्चुअल कार्यक्रम में दिखाया जाएगा. साथ ही चुने गए प्रतिभागियों को ई सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा.
जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने नीति आयोग द्वारा देश के 112 आकांक्षी जिलों के लिए आरम्भ किये गए सुरक्षित दादा दादी नाना नानी अभियान का शुभारंभ विगत माह 5 जुलाई को जिले में किया था. नीति आयोग के इस महत्वाकांक्षी अभियान को जिले में बुनियाद केंद्र के माध्यम से संचालित किया जा रहा है. अभियान के तहत 60 वर्ष या उससे अधिक के बुजुर्गों कों कोरोना संक्रमण से संबंधित लक्षणों, बचाव, साफ सफाई के तरीकों की जानकारी दी जा रही है. कार्यक्रम के तहत न केवल कोरोना से बचाव बल्कि बुजुर्ग व्यक्तियों के राशन, पेंशन, आवास, क़ानूनी समस्या के लिए सुझाव व अन्य समस्याओं के संबंध में भी सलाह दी जा रही है. साथ ही प्राप्त शिकायत के निराकरण के लिए संबंधित पदाधिकारी को सूचित भी किया जा रहा है.
बताया जाता है कि जिला स्तर पर चलाये जा रहे इस अभियान में बुनियाद केंद्र के अलावा भविष्य में कई स्वयंसेवी संस्थाओं को भी जोड़ा जाएगा. यह अभियान पूर्णतः ऑनलाइन होगा और इसके लिए जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग तथा अन्य कार्यालयों की सहायता से जिले के वरिष्ठ नागरिकों की सूची तैयार की जा रही है. जिन्हें वालेंटियर्स द्वारा कॉल किया जाएगा एवं सारे कॉल्स की प्रतिदिन मॉनिटरीग भी की जाएगी. अभियान के नोडल पदाधिकारी के द्वारा बताया गया है कि यह कार्यक्रम बिहार के सभी 113 आकांक्षी जिलो में चलाया जाएगा और अब तक जिले में अपने साथी के रूप में 12 लोगो का चयन किया गया है.