श्रद्धा, भक्ति व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा सरस्वती पूजा
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले में वीणावादिनी मां सरस्वती की पूजा श्रद्धा, भक्ति एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. इस क्रम में सरकारी विद्यालय, निजी शिक्षण संस्थान, निजी आवास, गांव, टोला, मोहल्ला में छात्र एवं युवाओं के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूजा पाठ किया जा रहा है. वहीं माँ सरस्वती की जयकारा से वातावरण भक्तिमय हो चुका है. पूजा को लेकर विभिन्न जगहों पर एक से बढ़कर एक पूजा पंडाल का निर्माण किया गया है और छात्र -छात्राओं के बीच खुशी का माहौल बना हुआ है. साथ ही कई स्थानों पर मां सरस्वती की तस्वीर की पूजा अर्चना की गई. पूजा के अवसर पर भजन-कीर्तन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है.
जिले के परबत्ता प्रखंड के कुल्हड़िया में आयोजित सरस्वती पूजा के पंडाल में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, जल जीवन हरियाली, स्वच्छता अभियान को लेकर लोगों को जागरूक करने की कोशिश की गई है. वहीं मनीष कुमार ने बताया कि जन सहयोग से यहां लगातार पन्द्रह वर्षो से सरस्वती पूजा का आयोजन होता आ रहा है. उधर 31 जनवरी को दोपहर में लगार पंचायत के बिशौनी गांव में नामचीन संगीत कलाकार धीरज कांत अपनी टीम के साथ प्रस्तुति देंगे.
माधवपुर पंचायत अंतर्गत मुरादपुर गा़व में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सरस्वती पूजा के अवसर पर तीन दिवसीय मेला का आयोजन किया गया है. बताया जाता है कि यहां सौ वर्षो से अधिक समय से पूजा के साथ साथ मेला का आयोजन किया जा रहा है. यहां सरस्वती पूजा समिति के द्वारा 1 फरवरी को संध्या में नामचीन संगीत कलाकार राजीव सिंह के द्वारा गायन व वादन एवं 31 जनवरी से 2 फरवरी तक वृंदावन से आए हुए विद्वान के द्वारा प्रवचन का आयोजन होना है. साथ ही भावानी चैलेंज फुटवॉल शील्ड प्रतियोगिता भी आयोजन किया जाएगा. जबकि दुरनसिंह उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय माधवपुर के मैदान में चार दशको से चार दिवसीय सरस्वती पूजा का आयोजन किया जा रहा है. समाजिक कार्यकर्ता लालरतन कुमार ने बताया कि पूजन के साथ साथ दिन में वॉलीवॉल प्रतियोगिता एवं रात्री में ग्रामीण कलाकारो के द्वारा नाटक का मंचन किया जाता है. माधवपुर में एक मुस्लिम परिवार इस आयोजन में बढ़-चढकर भाग लेते हैं. बताया जाता है कि मां सरस्वती के असीम कृपा से दो भाई हारूण मुस्ताक एवं सुल्तान नदाव को नौकरी के लिए मांगी गई मन्नत पूर्ण हुई थी. इस मेला को सांप्रदायिक सद्भाव के मिसाल के तौर पर देखा जाता है. मध्य विद्यालय खीराडीह में क्रांतिकारी युवा जागरण समिति खीराडीह (पूरब) के द्वारा सरस्वती पूजा पंडाल को आकर्षक ढंग से राजस्थानी क्लचर को प्रदर्शित किया गया है.
विभिन्न जगहों पर स्थापित मां सरस्वती की प्रतिमा