घोषणा के 22 साल बाद भी नहीं बन सका शहीद का स्मारक
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड के दरियापुर भेलवा पंचायत अंतर्गत पंचखुट्टी नयागांव निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक अर्जुन प्रसाद सिंह के पुत्र शहीद दारोगा अखिलेश कुमार सिंह की शहादत पर लोगों को आज भी गर्व है. लेकिन घोषणा के 22 साल बाद भी शहीद स्मारक का निर्माण नहीं हो सका है. शहीद फुटबॉल के राज्य स्तरीय खिलाड़ी रहे थे. 1994 बैंच के युवा जांबाज आरक्षी अवर निरीक्षक अखिलेश कुमार सिंह 21 मई 1999 को जहानाबाद जिले में बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हो गए थे. शहादत के बाद राजकीय सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई थी.
23 अगस्त 2000 को तत्कालीन 20 सूत्री ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रविंद्र नाथ मिश्र के द्वारा श्री कृष्ण उच्च विद्यालय के परिसर में शहीद अखिलेश कुमार सिंह की आदमकद प्रतिमा की स्थापना का शिलापट्ट लगाया गया था. साथ ही मौके पर कई घोषणाएं भी की गई थी. जिसमें अखिलेश पथ, अखिलेश स्टेडियम आदि का निर्माण भी शामिल था. इस बीच शहीद के पिता एवं पत्नी शहीद स्मारक निर्माण के लिए प्रशासन से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि तक गुहार लगाते रहे और उन्हें सिर्फ़ आश्वासन ही मिलता रहा. जिसके बाद 19 अक्टूबर 2002 को शहीद के पिता का भी स्वर्गवास हो गया और बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया. हलांकि इसके बाद भी शहीद की पत्नी विभा देवी अपने स्तर से शहीद स्मारक स्थल निर्माण का प्रयास करतीं रहीं. लेकिन 6 दिसंबर 2010 को वे भी अपनी हसरत अधूरी छोड़ इस दुनिया से चली गईं. बताया जाता है कि शहीद अखिलेश कुमार सिंह एक ईमानदार व निष्ठावान पुलिसकर्मी थे.
इंटर स्तरीय श्री कृष्ण उच्च विद्यालय नयागांव के मैदान में ईंट से घेराबंदी कर शहीद स्मारक का शिलापट्ट भी अब अस्तित्व खोने के कगार पर है और उसपर लिखे नाम भी मिटने लगे हैं. हलांकि कुछ वर्षों तक प्रस्तावित स्मारक स्थल पर स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस पर ग्रामीणों एवं शहीद के परिजनों के द्वारा तिरंगा भी फहराया जाता था. लेकिन वक्त के साथ यह भी भूला दिया गया.