विद्यालय में महीनों से मध्याह्न भोजन योजना बंद, उपस्थिति पंजी लेकर प्रधानाध्यापक गायब
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड के भरसो पंचायत के कन्या प्राथमिक विद्यालय सलारपुर में महीनों से मध्यान भोजन योजना बंद होने की खबर है. बताया तो यहां तक जा रहा है कि यहां बच्चों ने आखिरी बार भोजन का स्वाद कब चखा यह भी उन्हें याद नहीं है. इस बात का खुलासा तब हुआ जब पंचायत प्रतिनिधियों ने स्कूल का निरीक्षण किया. इस दौरान बच्चों से बातचीत के क्रम में मामला सामने आया. वहीं स्कूल के शिक्षकों के द्वारा बताया गया कि प्रधानाध्यापक पंकज कुमार उपस्थिति पंजी लेकर पिछले 4 दिनों से गायब है और उपस्थित शिक्षकों को हाजिरी बनाने में कठिनाई हो रही है. बताया जाता है कि जब शिक्षक के द्वारा बीईओ से मामले की शिकायत की गई तो उन्होंने मोबाइल पर बच्चों के साथ सेल्फी खींचकर भेज देने का निर्देश दिया.
मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड साधन सेवी पीएम पोषण योजना द्वारा 20 मई को ही विद्यालय का निरीक्षण किया गया था और पाया गया था कि चावल की राशि उपलब्ध रहने के बावजूद मध्याह्न भोजन बंद है. इस दौरान बच्चों द्वारा 28 फरवरी से ही मध्याह्न भोजन बंद रहने की जानकारी मिली थी और मध्याह्न भोजन की पंजी विद्यालय में उपलब्ध नहीं पाया गया था. इस विसंगति को लेकर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पीएम योजना के द्वारा 27 मई 2022 को स्पष्टीकरण पूछा गया. लेकिन जवाब नहीं मिला. जिसके बाद 3 जून को प्रखंड साधन सेवी के निरीक्षण में भी मध्याह्न भोजन बंद पाया गया. मामले में 21 जून को प्रेषित पत्र में 3 दिनों के भीतर जवाब देने एवं संतोषप्रद जवाब नहीं पाए जाने की स्थिति में वेतन बंद एवं विभागीय कार्यवाही प्रारंभ करने की चेतावनी दी गई. लेकिन सारी कवायदें कागजों में ही सिमट कर रह गई.
इधर सलारपुर के कन्या प्राथमिक विद्यालय के प्रधान के गायब रहने और अन्य शिक्षकों के हाजिरी नहीं बनने का मुद्दे को लेकर शनिवार को पंचायत के सरपंच सिंधु प्रसाद सिंह, जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश यादव, मुखिया प्रतिनिधि जोगी सिंह ने विद्यालय पहुंचकर निरीक्षण किया. बताया जाता है कि इस दौरान बच्चों ने एक स्वर में कहा कि स्कूल में महीनों से मध्याह्न भोजन बंद है. बताया जाता है कि विद्यालय में करीब 144 बच्चे नामांकित है और हर दिन उपस्थिति भी अच्छी-खासी रहती है. इतना ही नहीं बच्चों को ड्रेस की राशि व छात्रवृत्ति भी नहीं मिलने का मामला सामने आया और इस बात की स्वीकारोक्ति मौजूद शिक्षकों ने भी की.
मामले पर जिला परिषद सदस्य जयप्रकाश यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर ऐसे शिक्षकों के विरुद्ध शिक्षा विभाग ठोस कदम क्यों नहीं उठा रहा है ? मुखिया प्रतिनिधि जोगिंदर सिंह ने कहा कि प्रधानाध्यापक के विरुद्ध कई बार शिकायत भी की गई. लेकिन हालात में सुधार नहीं हुआ. मामले पर सरपंच सिंधु प्रसाद सिंह ने भी आक्रोश व्यक्त किया. पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा है कि यदि अब भी इस समस्या का समाधान नहीं निकाला तो उन्हें मजबूर होकर बच्चों को लेकर सड़क पर उतरना होगा.