क्लास में उपस्थिति आवश्यक ही नहीं बल्कि अनिवार्य है : कुलपति
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता के कबीर मोती दर्शन महाविद्यालय में बुधवार को मुंगेर विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ श्यामा राय पहुंचे. वहीं उन्होंने उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि कक्षाओं में उपस्थिति आवश्यक ही नहीं बल्कि अनिवार्य है. साथ ही उन्होंने कहा कि छात्र जीवन सबके जीवन का स्वर्णिम काल होता है और इसका सदुपयोग कर अपने कैरियर के साथ ही अपने ज्ञान का वर्धन करें. उन्होंने परबत्ता के छात्रों तथा प्रतिनिधियों के द्वारा किये गये मांगों के संदर्भ में आश्वासन देते हुए कहा कि अगले सत्र से एनसीसी को शामिल करने का आदेश दिया गया हे. जबकि अन्य मांगों पर महाविद्यालय प्रशासन को प्रस्ताव बनाकर भेजने का निर्देश दिया गया है और महाविद्यालय को आगे ले जाने की जिम्मेदारी छात्रों पर भी है. कुलपति ने कहा कि कॉलेज में छात्रों की उपस्थिति नहीं होने से इसकी मान्यता पर भी संकट आ सकता है. जबकि उपस्थिति में प्रगति होने से सभी मांगों को पूरा किया जाना आसान हो जायेगा. इसके अलावा उन्होंने कॉलेज में योग शिविर आयोजित करने का निर्देश दिया.
इस अवसर पर कॉलेज के संस्थापक महंथ मोती दास की प्रतिमा का अनावरण किया गया. मौके पर बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर वि. वि. मुजफ्फरपुर के पुर्व कुलपति डॉ कुमारेश प्रसाद सिंह ने भी छात्रों को संबोधित किया.कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य प्रो शिव कुमार अग्रवाल तथा मंच संचालन डॉ अंशू राय ने किया. इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया. वहीं कॉलेज की छात्रा सोनम, ज्योति, सुप्रिया, रेशमी, कोमल, अम्बिका, पल्लवी ने विश्वविद्यालय का कुलगीत तथा स्वागत गीत प्रस्तुत किया तथा कॉलेज के कर्मियों ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया. इस अससर पर जिप सदस्य जयप्रकाश यादव ने कॉलेज में पीजी तथा बीएड के अतिरिक्त कम्प्यूटर कोर्स की पढाई शुरु करने की मांग रखी. जबकि कॉलेज के छात्र विशाल, सुशील, भूषण, सुभाष, अंकित, सुप्रिया भारती ,मुस्कान, प्रियंका,मौसम, नादिया फरहीन, जेबा जरीन आदि ने एनसीसी तथा बीएड के अलावा बीसीए की पढाई आरंभ करने संबंधी मांग पत्र कुलपति को सौंपा.
इस अवसर पर कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो शिव कुमार अग्रवाल ने अपने संबोधन के दौरान कॉलेज के कर्मचारियों को सेवानिवृत्त होने के बाद पेंशन संबंधित समस्याओं को रखा. वहीं वक्ताओं ने महंथ मोती दास के द्वारा स्थापित महाविद्यालय के लिये अग्रगामी सोच पर नमन किया. मौके पर डॉ प्रीति कुमारी, प्रो गीता भगत, प्रो तबारक अंसारी, डॉ अरविंद कुमार शर्मा, प्रो ललन कुमार मंडल, डाॅ अजय प्रकाश सहित छात्र छात्राएं उपस्थित थे.