पुलिस की पहल पर लड़की को मिली ससुराल में एंट्री, घंटों चला हाई वोल्टेज ड्रामा
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : “ये इश्क़ नहीं आसाँ इतना ही समझ लीजे, इक आग का दरिया है और “… प्रेमी युगल के प्रेम विवाह को सामाजिक मान्यता के लिए की जाने वाली मशक्कत का एक बानगी सामने आया है. हलांकि लड़की की गुहार पर मामले में पुलिस के द्वारा भी पहल की गई है. लेकिन यह पहल रिश्तों की डोर को कितना मजबूती प्रदान कर पाता है, यह तो वक्त ही बतायेगा. जिले के परबत्ता थाना क्षेत्र के एक गांव की युवती को पुलिस ने काफी मशक्कत एवं मान-मनौव्लल के बाद उसी गांव के उसके पति के घर एंट्री करा दी है. इस कार्य में थानाध्यक्ष सहित गांव के जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य लोगों की बड़ी भूमिका रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक तीन दिन पूर्व युवती ने थाना में आवेदन देकर पुलिस से मामले की शिकायत की थी. वहीं बताया गया था कि उसे गांव के ही एक युवक से 5 वर्ष पूर्व दोस्ती हुई थी. जो धीरे-धीरे प्रेम में बदल गया. इस बीच दोनों का प्यार परवान पर चढ़ा और बीते वर्ष 10 दिसंबर को दोनों ने कोर्ट मैरिज कर लिया. साथ ही बांका के एक मंदिर में भगवान को साक्षी मानकर दोनों ने विवाह कर ली और साथ जीने व मरने की कसमें खाई. बताया जाता है कि इस शादी से लड़के के परिवार वाले खुश नहीं थे और वे इस शादी को मान्यता देने से इनकार कर रहे थे. अंततः विवाहिता शादी के बाद कुछ दिनों तक अपने घर पर रही और आखिरकार उसने मामले को लेकर पुलिस के समक्ष शिकायत करने को ठानी. जिसके बाद उन्होंने परबत्ता थाना में आवेदन दिया और मामले को परबत्ता थाना अध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार पाल ने भी गंभीरता से लिया.
मामले में पुलिस ने पहल की और पंचायत के कुछ प्रबुद्धजनों को साथ लेकर लड़के के परिवार वालों को समझाने-बुझाने की कोशिश जाने लगी. जिसमें पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान एक पल ऐसा भी आया जब लड़का के घर के पुरुष सदस्य तो लड़की को उसका हक देने को राजी हो गए, लेकिन घर की महिला सदस्य लड़की को घर में एंट्री नहीं करने देने पर अड़ गए. लेकिन अंततः हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों की उपस्थिति महिला सिपाही बल के सहयोग से युवती को ससुराल में एंट्री मिली. बहरहाल मामला इलाके में चर्चाओं में हैं. उधर प्रेम विवाह पर लोगों की अपनी-अपनी राय है.