जिउतिया व्रत के दिन दूसरे चरण का मतदान, महिला मतदाताओं में मायूसी
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में 34 जिले के 48 प्रखंडों में 29 सितंबर को मतदान की तारीख निर्धारित किया है. लेकिन उस दिन जितिया का व्रत भी है. जिसके कारण महिला मतदाताओं के साथ महिला प्रत्याशियों के बीच मायूसी का भी आलम है. साथ ही जिउतिया व्रत करने वाले महिला कर्मी भी चिंतीत हैं.
जिले में परबत्ता प्रंखड के जिला परिषद क्षेत्र संख्या 17 व 18 में दूसरे चरण में 29 सितंबर को मतदान होना है. जिला परिषद क्षेत्र संख्या 17 में बन्देहरा, महद्दीपुर, सौढ उत्तरी, सौढ दक्षिणी, खजरैठा, कोलवारा एवं जिला परिषद क्षेत्र संख्या 18 में भरसो , कुल्हड़ियां, लगार, सियादतपुर अगुवानी, खीराडीह, तेमथा करारी, पंचायत शामिल है. इन क्षेत्रों के महिला मतदाताओं का कहना है कि पंचायत चुनाव में महिलाओं के लिए पचास प्रतिशत आरक्षण है. लेकिन चुनाव के तिथि की निर्धारण में महिलाओं का महान व्रत जिउतिया को लेकर ध्यान नहीं रखा गया है.
पंडित अजय कांत ठाकुर, पंडित मनोज कुंवर, पंडित कृष्ण कांत झा ने बताया कि विश्व विद्यालय पंचांग के मुताबिक जीवित्पुत्रिका व्रत का नहाय खाय 27 सितंबर को है. तीन दिवसीय यह पर्व कृष्ण पक्ष के सातवें दिन से लेकर आश्विन माह के नौवें दिन तक माना जाता है. इस वर्ष 28 सितंबर को दिन के 3 बजकर 16 मिनट पर अष्टमी तिथि का प्रवेश है और 29 सितंबर को संध्या 5 बजकर 04 मिनट तक अष्टमी तिथि हैं.
बताया जाता है कि जीवित्पुत्रिका व्रत करने वाली महिलाएं 28 सितंबर की सुबह व्रत शुरू करेंगी और 29 की संध्या 5 बजकर 05 मिनट पर पारण कर सकती हैं. जिसे सप्तमी युक्त अष्टमी माना जाता है. कहा जाता है महिलाएं संतान की सलामती की कामना के उद्देश्य से जितिया )जीवित्पुत्रिका व्रत) करतीं हैं और व्रत के दौरान मां अपने बच्चों के परम् कल्याण हेतु 24 से 36 घंटे का निर्जला व्रत रखती हैं. बिहार में बड़ी संख्या में महिलाएं इस पर्व को करती हैं और व्रत को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है.