सीएम का हवाई सर्वेक्षण, लिया गया बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा
लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरूवार को बाढ़ के मद्देनजर जिले का हवाई सर्वेक्षण किया. इस क्रम में सीएम ने खगड़िया सहित बेगूसराय, मधेपुरा, भागलपुर, नवादा, नालंदा एवं पटना जिले का हवाई सर्वेक्षण किया. जिसके उपरांत शाम में सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित जिलाधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक की. जिसमें जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष भी शामिल हुए.
इधर मुख्यमंत्री द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण के दौरान जिला जदयू के कार्यकर्ताओं ने समूह में जमा होकर हाथ हिलाकर सीएम का अभिवादन किया. इस दौरान जनता दल यूनाइटेड के जिलाध्यक्ष बबलू कुमार मंडल,ववरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक कुमार सिन्हा, उपाध्यक्ष सुमित कुमार सिंह, पार्टी प्रवक्ता अरबिन्द मोहन, युवा लोकसभा प्रभारी विक्रम यादव, टुनटुन सिंह आदि उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री ने बेगूसराय और खगड़िया में बूढ़ी गंडक के बाढ़-प्रवण क्षेत्रों का निरीक्षण किया. साथ ही सीएम के द्वारा खगड़िया, मधेपुरा और भागलपुर में कोसी नदी के बाढ़-प्रवण क्षेत्रों का भी सर्वेक्षण किया गया. मुख्यमंत्री ने बदलाघाट नगरपारा तटबंध, बीरबास का भी सर्वेक्षण किया और इस संबंध में जिलाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिया. समीक्षात्मक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि जुलाई में ज्यादातर जिलों में वर्षापात कम ही हुआ है. साथ ही सीएम ने बैठक से जुड़े सभी जिलाधिकारियों खुद से तटबंधों का निरीक्षण करने और आपदा पीड़ितों की मदद करने का निर्देश दिया. मौके पर जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष ने बताया कि जिले में जुलाई में 14 प्रतिशत कम वर्षापात हुआ है, लेकिन समेकित रूप से जून और जुलाई में सामान्य वर्षापात की तुलना में 47 प्रतिशत अधिक वर्षापात हुआ है. साथ ही बताया गया कि खगड़िया में बागमती और कोसी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. जबकि बूढ़ी गंडक स्थिर है और गंगा नदी खतरे के निशान से नीचे है.
सीएम के साथ बैठक में डीएम के द्वारा बताया गया कि तटबंधों में सुरक्षात्मक कार्य करा लिए गए हैं. उन्होंने स्वयं इसका निरीक्षण भी किया है और सीपेज की कोई शिकायत नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि 13 जगहों पर कटाव की सूचना मिली थी. जिसमें 6 जगह पर बांध का कटाव हुआ था. इसमें से पांच जगहों पर कटाव मरम्मती कार्य पूर्ण करा लिया गया है. जबकि बीरबास में संघर्षात्मक कार्य चल रहा है, जो कि कल शुक्रवार को समाप्त हो जाएगा. वहीं बताया गया कि जिले के सदर प्रखंड के उत्तर मारड़, अलौली के चेराखेरा, चौथम को अग्रहण और सहरौन में कटाव हुआ है. जिसकों लेकर बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अभियंताओं ने कटाव स्थल का निरीक्षण किया है. इस अवसर पर खगड़िया सबसे अधिक समय तक बाढ़ से प्रभावित रहता है और ऐसे में जिला प्रशासन को अलर्ट रहना होगा. क्योंकि नेपाल में वर्षापात का असर बिहार में बहने वाली नदियों पर पड़ता है. वहीं आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिलाधिकारियों को मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप तैयार रहने का निर्देश दिया.
समीक्षात्मक बैठक के दौरान अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, सिविल सर्जन, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अभियंता, वरीय उप समाहर्ता सहित सभी संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.