
कोविड वैक्सीनेशन में 81 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर खगड़िया बिहार के टॉप 5 में
लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : “कोविड वैक्सीनेशन के पहले चरण में जिले में निर्धारित लक्ष्य 7004 के के विरुद्ध 5680 स्वास्थ्य कर्मी और आईसीडीएस कर्मी को वैक्सीन लगाया गया. इस रह 81 प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल कर खगड़िया बिहार के टॉप फाइव जिले में शामिल हो गया है.”
यह जानकारी जिला समाहरणालय सभागार में सीफार और केयर के सहयोग से जिला स्वास्थ्य समिति के द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी डॉ आलोक रंजन घोष ने दी. वहीं उन्होंने बताया कि विगत 16 जनवरी से बिहार सहित पूरे भारत में कोविड वैक्सीनेशन का महाअभियान शुरू किया गया है. इस अभियान के तहत जिले में सबसे पहले सरकारी और निजी क्षेत्र में काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी, आईसीडीएस कर्मी और अधिकारी को कोरोना का वैक्सीन लगाया गया. जिसको लेकर जिले में कुल 7004 स्वास्थ्यकर्मी सहित अन्य लोगों को वैक्सीन लगवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. जिसके विरुद्ध शुक्रवार की दोपहर ढाई बजे तक कुल 5680 लोगों को कोविड वैक्सीन लगाया जा चुका था. साथ ही उन्होंने संभावना व्यक्त करे हुए बताया कि शाम तक डाटा और भी बेहतर हो सकता है.
वहीं डीएम ने बताया कि पहले चरण में 3308 आईसीडीएस कमियों का नाम वैक्सीनेशन के लिए रजिस्टर्ड किया गया था. जिसमें से 2325 आईसीडीएस कर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाया गया. साथ ही उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पहले चरण का वैक्सिनेशन की समय सीमा समाप्त हो रही है और शेष बचे हुए लोगों के वैक्सीनेशन के लिए अभी कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है.
जिले में दूसरे चरण का वैक्सीनेशन अभियान शनिवार से
मौके पर बताया गया कि शनिवार से जिले में दूसरे चरण के वैक्सिनेशन अभियान शुरू हो रहा है. इस चरण में राजस्व विभाग के अधिकारी व कर्मचारी, प्रशासनिक विभाग के अधिकारी व कर्मचारी, पंचायती राज विभाग के अधिकारी व कर्मचारी और पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं.
वहीं उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के टीकाकरण के लिए जिले में अभी कुल दो सेशन साइट बनाए गए हैं. एक खगड़िया पुलिस लाइन और दूसरा सदर हॉस्पिटल. दूसरे चरण में टीकाकरण के लिए जिले के कुल 1268 कर्मियों के नामों का रजिस्ट्रेशन किया गया है. जबकि पहले चरण में आईएएफआई के अंतर्गत कुल दो ही मामले सामने आए हैं. जिसमे एक मानसी और दूसरा अलौली का मामला था. लेकिन इन दोनों ही मामलों में स्वस्थ्य कर्मी के बीमारी का इतिहास था. लेकिन अब उन्हें कोई परेशानी नहीं है और अभियान का पहला चरण शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हो गया है. साथ डीएम ने कहा कि कुछ लोगों ने वैक्सीनेशन को ले असहमति जताई है, लेकिन सभी लोगों से अपील है कि वो लोग अपनी बारी आने के बाद निश्चित रूप से वैक्सीन लगवाएं.