
पुण्यतिथि पर बापू की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर किया गया नमन
लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पुण्यतिथि के अवसर पर शनिवार को शहर के गांधी पार्क में गांधी जी के प्रतिमा पर पार्क के अध्यक्ष महेश प्रसाद सिंह, पूर्व नगर सभापति सह गांधी पार्क के सचिव मनोहर कुमार यादव, नगर पार्षद सह कोषाध्यक्ष रणवीर कुमार, उपाध्यक्ष सदानंद सिंह, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शेखर सिंह, बापू मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक चंद्रमणि मिश्रा आदि ने पुष्प अर्पित कर बापू को नमन किया. साथ ही वहीं बापू की प्रिय भजन “रघुपति राघव राजा राम” को गाया गया.
मौके पर पूर्व नगर सभापति मनोहर कुमार यादव ने कहा कि महात्मा गांधी ने प्रवासी वकील के रूप में दक्षिण अफ्रीका में भारतीय समुदाय के लोगों के नागरिक अधिकारों के लिये संघर्ष हेतु सत्याग्रह करना शुरू किया. 1915 में उनकी भारत वापसी हुई. जिसके बाद उन्होंने यहाँ के किसानों, मजदूरों और शहरी श्रमिकों को अत्यधिक भूमि कर और भेदभाव के विरुद्ध आवाज उठाने के लिये एकजुट किया. 1921 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बागडोर संभालने के बाद उन्होंने देशभर में गरीबी से राहत दिलाने, महिलाओं के अधिकारों का विस्तार, धार्मिक एवं जातीय एकता का निर्माण व आत्मनिर्भरता के लिये अस्पृश्यता के विरोध में अनेकों कार्यक्रम चलाये. इन सब में विदेशी राज से मुक्ति दिलाने वाला स्वराज की प्राप्ति वाला कार्यक्रम भी प्रमुख था. गाँधी जी ने ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीयों पर लगाये गये नमक कर के विरोध में 1930 में नमक सत्याग्रह और इसके बाद 1942 में अंग्रेजो भारत छोड़ो आन्दोलन से खासी प्रसिद्धि प्राप्त की. दक्षिण अफ्रीका और भारत में विभिन्न आंदोलन क् कारण उन्हें कई वर्षों तक जेल में भी रहना पड़ा.
वहीं पार्क के अध्यक्ष महेश प्रसाद सिंह ने कहा कि गांधी जी ने सभी परिस्थितियों में अहिंसा और सत्य का पालन किया और सभी को इनका पालन करने की वकालत भी की. उन्होंने साबरमती आश्रम में अपना जीवन गुजारा और परम्परागत भारतीय पोशाक धोती व सूत से बनी शाल पहनी. जिसे वे स्वयं चरखे पर सूत कातकर हाथ से बनाते थे. उन्होंने सादा शाकाहारी भोजन खाया और आत्मशुद्धि के लिये लम्बे-लम्बे उपवास रखे थे.
मौके पर बापू मध्य विद्यालय के सहायक शिक्षक राजेंद्र प्रसाद, अमरकांत शरण, अंशुमन कुमार, ब्रजेश कुमार, जाप नेता नंदकिशोर यादव, मुकेश कुमार, सर्वजीत पांडे आदि उपस्थित थे.