
बिहार किसान मंच चुनाव में राजनीतिक दल के उम्मीदवारों को नहीं करेगा समर्थन
लाइव खगड़िया : बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर बिहार किसान मंच की एक बैठक शुक्रवार को सन्हौली दुर्गा स्थान के प्रांगण में आयोजित की गई. जिसकी अध्यक्षता सूर्य नारायण वर्मा ने किया. मौके पर बिहार किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह टुडू ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन काला विधेयक सदन में लाकर किसानो को आत्महत्या पर मजबूर करते हुए कॉर्पोरेट खेती को बढ़ावा दिया है. जो कि किसान हित में नहीं है. साथ ही उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि यदि सरकार इतना ही किसानो का हम दर्द है तो MSP को कानून का दर्जा देते हुए स्वामी नाथन कमिटी की रिपोर्ट को लागू क्यों नहीं करती है ! वहीं उन्होंने कहा कि बिहार में बाढ़ और जल जमाव से किसानो के फसलों की व्यापक क्षति हुई है लेकिन अभी तक किसानो को फसल का मुआवजा नहीं दिया गया है.
बैठक में निर्णय लिया गया कि किसान बिहार विधान सभा के चुनाव में किसी राजनीतिक दल का ना तो समर्थन करेगा ना ही किसान मंच का कोई उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में उतरेगा. साथ ही बिहार में नीतीश सरकार के विरोध मे वोट करने का निर्णय लिया गया. वहीं बताया गया कि बिहार किसान मंच के द्वारा सभी राजनीतिक दलों से चुनावी घोषणा पत्र में किसानो के हितों को शामिल करने की मांग की जायेगी और इस संदर्भ में सभी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को मंच के शिष्ट मंडल के द्वारा 22 सितंबर को ज्ञापन सौंपा जायेगा. इसके पूर्व बिहार किसान मंच 21 सितंबर को अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन करेगी.
बैठक के दौरान ललित मिश्र को मानसी, सुनील कुमार यादव को गोगरी, बिपिन कुमार सिंह को सदर प्रखंड अध्यक्ष एवं गंगा राम यादव को पुर्वी टाठा का पंचायत अध्यक्ष मनोनीत किया गया. कार्यक्रम का संचालन रवि चौरसिया के द्वारा किया गया. मौके पर योगेंद्र सिंह, नागेश्वर चौरसिया, अशोक यादव, जितेंद्र यादव, चंदन कुमार, दयानंद शाह, बीरेंद्र यादव, गंगा सागर पंडित, बिपिन कुमार, रामविलाश सिंह, शंकर सिंह, रामदेव शाह, अर्जुन शर्मा, मानो प्रसाद सिंह, बिनोद जयसवाल, पंकज कुमार, ललित मिश्रा, शशि प्रसाद यादव आदि उपस्थित थे.