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अनोखी पहल : मेंहदी रचा कर मानव श्रृंखला निर्माण को लेकर दिया संदेश

लाइव खगड़िया : जल-जीवन-हरियाली एवं नशा मुक्ति का समर्थन सहित दहेज प्रथा व बाल विवाह उन्मूलन के लिए 19 जनवरी को बनने वाली मानव श्रृंखला की सफलता को लेकर जिला हॉकी संघ के महिला खिलाड़ियों ने अनोखे अंदाज में जागरूकता अभियान चलाया. इस क्रम में महिला खिलाडियों ने अपने-अपने हाथों में मानव श्रृंखला निर्माण के संदेशों को लिखते हुये मेंहदी रचाई और लोगों को कार्यक्रम में शिरकत करने का संदेश दिया.

मौके पर जूनियर महिला खिलाड़ी नाजरीन आगा ने कहा कि समाज के लिए दहेज प्रथा एक अभिशाप है. जो वर्षो से चलता आ रहा है. लेकिन धीरे-धीरे जागरूकता अभियान की वजह से इस कुप्रथा में कमी आ रही है और इसका पूर्ण रूप से उन्मूलन समाजहित के लिए जरूरी है.

जबकि पल्लवी कुमारी ने कहा कि नशा की वजह से समाज आगे नहीं बढ़ पा रहा था. खासकर मजदूर वर्ग के लोग अपनी कमाई का अधिकांश हिस्सा नशा में खर्च कर देते थे. जिससे उनके परिवार में आये दिन कलह होता रहता था. लेकिन प्रदेश में शराबबंदी लागू होने के बाद ऐसी घटनाओं में काफी कमी आयी है और समाज भी शराबियों से भय से मुक्त हो चुका है.




वहीं जूनियर वर्ग के नेशनल खिलाड़ी पल्लवी ने कहा कि समाज में बाल विवाह जैसी कुरीतियां थी और पहले लोग 10 वर्ष की उम्र में ही बच्चियों का विवाह कर देते थे. जबकि यह उम्र उनके पढ़ने व खेलने का होता था. लेकिन धीरे-धीरे समाज मे शिक्षा का प्रचार-प्रसार हुआ और इस प्रथा में भी अब कमी आई है. साथ ही सरकार के द्वारा इस दिशा में भी ठोस कदम उठाया गया.

इस अवसर पर कामनी ने पर्यावरण के असंतुलन पर चर्चा करते हुए कहा कि अब ना सही समय पर बारिश होता है और ना ही सही समय पर सर्दी ही आती है. जिससे सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को होता है. वहीं पर्यावरण संतुलन के लिए पेड़-पौधे लगाने पर बल देते हुए लोगों को मानव श्रृंखला निर्माण को सफल बनाने की अपील किया.

मौके पर हॉकी संघ के जिला सचिव विकाश कुमार ने बताया कि मानव श्रृंखला की सफलता को लेकर समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हॉकी संघ तथा खेल महासंघ के द्वारा जागरूकता रैली भी निकाली जायेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि यदि अब भी हम पर्यावरण को लेकर सचेत नहीं हुए तो आने वाली पीढी हमें कभी माफ नहीं करेगी. वहीं उन्होंने नशा मुक्ति का समर्थन करते हुए बाल विवाह व दहेज प्रथा उन्मूलन पर बल दिया.


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