बन सकती है मेडिकल कॉलेज को लेकर बात,मंत्री का मिला आश्वासन पकड़ कर हाथ
लाइव खगड़िया : राजनीतिक दीवारें अपनी जगह है और व्यक्ति विशेष से द्वेष भी अपनी जगह. लेकिन खगड़िया की बेहतरी को लेकर जब कभी कोई मुद्दा उठता है तो ऐसी तमाम दीवारें छोटी पड़ जाती और हर द्वेष भी मिट ही जाता है. हाल के दिनों में ‘जय खगड़िया’ नामक आंदोलन ने इस बात को एक बार फिर सच साबित किया है. जिले में सरकारी मेडिकल कॉलेज की स्थापना को लेकर आयोजित महासत्याग्रह में ना सिर्फ बड़ी संख्या में आमलोगों ने भाग लिया बल्कि विभिन्न राजनीतिक व सामाजिक सगठनों के नेतागण भी एक मंच पर दिखे थे. कहना अनुचित नहीं होगा कि आंदोलन का परिणाम यह रहा कि अब जिले में सरकारी मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग जन-जन की मांग बन गया है. उल्लेखनीय है कि मुद्दे को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर विवेकानंद और ई. धर्मेन्द्र ने खूब पसीने बहाये थे और इसका सार्थक परिणाम आंदोलन के मुख्य कार्यक्रम महासत्याग्रह में देखने को मिला.
‘जय खगड़िया’ आंदोलन की सफलता ने डॉक्टर विवेकानंद के हौसले को एक नई उड़ान दे दी है और उनकी कवायदें अब भी जारी है. बताया जाता है कि वे जिले में कॉलेज की स्थापना को लेकर आंध्रप्रदेश के तिरूपति बालाजी के मंदिर में मन्नत मांगी है. इस क्रम में वे शुक्रवार को मंदिर पहुंचकर माथा टेका था. इसे संयोग कहें…आस्था कहें…या फिर आत्मविश्वास कि शनिवार को मैसूर में आयोजित आरोग्य भारती कार्यक्रम के दौरान डॉक्टर विवेकानंद को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन से मुलाकात का मौका मिला. डॉक्टर विवेकानंद कि यदि मानें तो स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात के दौरान जिले में सरकारी मेडिकल कॉलेज की स्थापना को लेकर बात हुई और उन्होंने जमीन का दस्तावेज लेकर उन्हें दिल्ली बुलाया है. साथ ही बताया गया कि स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें हाथ पकड़कर इस दिशा में पहल करने का आश्वासन दिया है. जिसकी तस्वीर सोशल साइट पर तेजी से वायरल हो रहा है.