
समतामूलक समाज के लिए उत्पादन के साधनों के स्वामित्व में बदलाव आवश्यक
लाइव खगड़िया : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिलास्तरीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे व अंतिम दिन शनिवार को तीसरे सत्र में राजनीतिक अर्थशास्त्र विषय पर विजय नारायण मिश्र के द्वारा जानकारी दिया गया. वहीं उन्होंने कार्यकर्ताओं को बताया कि वस्तुओं के उत्पादन व श्रमिक के संबंधों को समझे बगैर राजनैतिक अर्थशास्त्र को नहीं समझा जा सकता है और समाज में शोषक-शोषित के इतिहास को जाने बगैर मानव समाज का अध्ययन अधूरा है.
साथ ही उन्होंने कहा कि समतामूलक समाज की स्थापना के लिए उत्पादन के साधनों के स्वामित्व में बदलाव आवश्यक है. वहीं उन्होंने राजनीतिक अर्थशास्त्र में वित्त पूंजी पर प्रकाश डाला और समाज में मौजूद उत्पादन संबंधों अाैर उत्पादन से उपजे अधिशेष के बारे में विस्तार से बताया. इस दौरान उन्हाेंने बताया कि औजारों में परिवर्तन से उत्पादन में बदलाव आया अाैर साथ ही समाज में समाजिक व आर्थिक बदलाव आया. औद्योगिक क्रांति ने पूंजीवाद को जन्म दिया और श्रम के शोषण को सर्वाधिक बनाया. उन्होंने कहा कि दुनिया भर में वित्तीय पूंजी लूट मचा रही है. जिससे ना तो किसी तरह के रोजगार का सृजन हो रहा है और ना ही आमजनों का कल्याण हो रहा है.
मौके पर सीपीआई के राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रभाशंकर सिंह, जिला मंत्री प्रभाकर सिंह, सहायक जिला सचिव पुनीत मुखिया, रविन्द्र यादव, जिला पार्टी शिक्षा प्रभारी विपिन चंद्र मिश्र सहित विभिन्न अंचलों के आंचल परिषद एवं जिला से सभी शाखाओं के प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद थे.