…तो ये था आवास सहायक डब्लू का गड़बड़झाला,लटकी बर्खास्तगी की तलवार
खगड़िया : जिले के अलौली प्रखंड के 11 पंचायतों में जिलाधिकारी अनिरूद्ध कुमार के नेतृत्व में अधिकारियों की 11 टीमों के द्वारा शुक्रवार को किये गए औचक निरीक्षण के दौरान सहसी पंचायत के आवास सहायक डब्लू कुमार के कार्यशैली में खांमिया उजागर होने के उपरांत उनपर बर्खास्तगी की तलवार लटक गई है.उल्लेखनीय है कि उप विकास आयुक्त राम निरंजन सिंह की उपस्थित में सदर अनुमंडल पदाधिकारी मनेष कुमार मीणा,भूमि सुधार उप समाहर्त्ता एवं अलौली के प्रखंड विकास पदाधिकारी अजीत कुमार रौशन के द्वारा सहसी गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना की जांच में पाया गया कि आवास सहायक डब्लू कुमार द्वारा लाभुक राजेन्द्र साह,राधा रानी देवी,अनीसी कुमारी, गंगीया देवी व बनारसी देवी को योजना के प्रथम किस्त के भुगतान के उपरांत निर्धारित स्तर तक आवास निर्माण के बावजूद महीनों तक द्वितीय किस्त का भुगतान नहीं किया गया.जबकि सभी द्वितीय किस्त के लिए सुयोग्य पात्र बन चुके थे.
इसके अतिरिक्त सहसी पंचायत के प्रतिक्षा सूची में शामिल 20 लाभार्थी को आवास सहायक ने अज्ञात कर प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ से बंचित कर दिया था.जबकि सभी लाभार्थी गांव में ही मौजूद थे.जिसमें लाभार्थी चन्द्रकला देवी,योगेन्द्र ठाकुर की पत्नी सरीता देवी,जगनारायण यादव की पत्नी सरीता देवी,वीणा देवी,प्रभा देवी,निर्मला देवी,रीना देवी,चंदुला देवी,रामेश्वर यादव,बानो देवी,मिन्टु यादव,मनोज कुमार,समनजीत,ओंकार सिंह,नुनु बाबू साह,तपेश्वर यादव,बालेश्वर यादव,छत्री सिंह,अनाजे चौधरी व राज कुमार जैसे लाभार्थी का नाम शामिल था.मौके पर निरीक्षण टीम को यह भी जानकारी मिली की आवास सहायक क्षेत्र का भ्रमण नहीं करते और लाभुक को गलत मंशा से गलत सूचना दी जाती रही है.जिसमें राशि नहीं है या राशि आने पर भुगतान किये जाने बातें कहकर लाभार्थी को टहलाया जाता रहा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व में भी अलौली के प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा आवास सहायक से सही ढंग से कार्य नहीं करने के कारण स्पष्टीकरण पूछा गया था.लेकिन वो संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाये थे. बहरहाल आवास सेवक पर अब बर्खास्तगी की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है.जिस क्रम में उनसे उप विकास पदाधिकारी के द्वारा सभी तथ्यों के संदर्भ में स्पष्टीकरण पूछा गया है.जिसका जवाब उन्हें 24 घंटे के अंदर देना है.माना जा रहा है कि आवास सहायक द्वारा तय वक्त के अंदर यदि संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो उन्हें चयन मुक्त कर दिया जायेगा.