खगड़िया से कौन होगा एनडीए का उम्मीदवार, संस्पेंस कायम
लाइव खगड़िया : लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा हो चुकी है और बिहार में दोनों ही प्रमुख गठबंधन सहित अन्य दलों में सीट व उम्मीदवारी को लेकर मंथन जारी है.हलांकि एनडीए के घटक दलों के बीच सीटों की संख्या को लेकर निर्णय लिया जा चुका है.इसके तहत भाजपा व जदयू को बिहार में 17-17 सीटों एवं लोजपा को 6 सीटों पर अपना उम्मीदवार देना है.वैसै कौन सी सीट पर किस पार्टी का उम्मीदवार होगा इसकी अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है.लेकिन लोजपा को लेकर यह चर्चा रही है कि वे खगड़िया की सीट पर अपनी दावेदारी शायद नहीं छोड़े.कुछ ऐसी ही कयासों के बीच लोजपा से उम्मीदवारी को लेकर कई नामों की चर्चाएं हवा की झोंके की तरह आई और फिर चली गई. उल्लेखनीय है कि चौधरी महबूब अली कैसर वर्तमान में यहां के सांसद हैं और उन्होंने गत चुनाव में लोजपा की टिकट पर जीत हासिल की थी.चौधरी महबूब अली कैसर 2014 के चुनाव के वक्त कांग्रेस छोड़कर लोजपा में आये थे.बहरहाल खगड़िया संसदीय सीट यदि लोजपा के ही कोटे में आई तो उसका उम्मीदवार कौन होगा इसपर अभी संसय बरकरार है.साथ ही लोजपा के सीटिंग कैंडीडेट को लेकर भी कई तरह की चर्चाएं है.
उधर उपेन्द्र कुशवाहा के एनडीए छोड़ने के बाद गठबंधन में कुशवाहा चेहरे के तौर पर उभरे भाजपा नेता सम्राट चौधरी की नजर भी खगड़िया सीट पर रही है.चर्चाएं हैं कि भाजपा सम्राट चौधरी को खगड़िया से चुनावी मैदान में उतारना भी चाहती है.लेकिन सीट को लेकर मामला फंस रहा है.मीडिया रिपोर्ट कि यदि मानें तो भाजपा के द्वारा लोजपा को अररिया सीट के बदले खगड़िया छोड़ने की पेशकश भी की गई.लेकिन अबतक बात नहीं बनी है.उल्लेखनीय ही कि सम्राट चौधरी का खगड़िया ही राजनीतिक कर्मभूमि रहा है.वे जिले के परबत्ता विधान सभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं.हलांकि यह बात अलग है कि वे उस वक्त राजद में हुआ करते थे.जबकि उनके पिता शकुनी चौधरी खगड़िया से समता पार्टी के सांसद रह चुके हैं.साथ ही उनके भाई रोहित चौधरी ने भी विगत विधान सभा चुनाव में खगड़िया से हम के प्रत्याशी रहे थे.हलांकि उस चुनाव में उन्हें सफलता नहीं मिल सकी थी.
इस बीच खगड़िया सीट पर जदयू के द्वारा भी अपनी दावेदारी पेश किये जाने की एक नई चर्चाएं शुरू हो गई है.मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जदयू ने इसे अपनी परंपरागत सीट बताते हुए दावा किया है.उल्लेखनीय है कि 2009 के लोकसभा चुनाव में जदयू प्रत्याशी के तौर पर दिनेश चन्द्र यादव यहां से जीत अर्जित की थी.दूसरी तरफ जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजीव कुमार के द्वारा भी एनडीए से उम्मीदवारी को लेकर प्रयासरत रहने की चर्चाएं है.बहरहाल देखना दीगर होगा कि अंतिम तौर पर एनडीए में खगड़िया की सीट किस घटक दल के कोटे में जाती है और किसे उम्मीदवारी मिलती है.हलांकि उम्मीदवारी को लेकर दल व चेहरे के तौर पर चौंकाने वाले नाम की संभावनाओं से भी इंकार नहीं किया जा सकता है.