दिखेगा पुलिसिंग का नया नजारा,आ रहे हैं DIG मनु महाराज
लाइव खगड़िया : देश की बागडोर सही मायने में अफसरों के हाथों में ही होती है और नौकरशाही चुस्त-दुरुस्त हो तो कानून व्यवस्था चाक-चौबंद नजर आने लगता है.कहना गलत नहीं होगा कि आमजनों का नौकरशाही पर से विश्वास उठने लगा है या यूं कहें कि आमजनों का नौकरशाही पर वो विश्वास नहीं रहा जो की दिखनी चाहिए थी.बावजूद इसके आज भी कुछ ऐसे अफसर हैं जो अपनी साख बचाये हुए है और उन्हें मिशाल के तौर पर पेश किया जाता है.ऐसे ही कुछ अफसरों में एक आईपीएस मनु महाराज का नाम प्रमुखता से लिया जाता है.
उल्लेखनीय है अबतक पटना एसएसपी की जिम्मेदारी संभालते आ रहे मनु महाराज को प्रमोशन देते हुए मुंगेर का डीआईजी बनाया गया है.मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को वो अपनी नई जिम्मेदारी संभाल लेंगे.इस बीच जिला सहित मुंगेर प्रक्षेत्र में उनकी सिंघम स्टाइल की चर्चाएं तेज हो गई है.मनु महाराज की गिनती देश के दबंग आईपीएस ऑफिसर के रूप में होती है.कहा जाता है कि इनसे ना सिर्फ अपराधी डरते है बल्कि इनके नेतृत्व में पुलिस वाले भी पूरी निष्ठा से अपने-अपने कर्तव्य को निभाते हैं.एनकाउंटर स्पेसिलिस्ट मनु महराज अपने निर्भिक अंदाज के कारण लोगों के बीच सिंघम नाम से मशहूर हैं.
मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के शिमला के रहने वाले मनु महाराज अपनी प्रारंभिक शिक्षा शिमला में ही पूरी की थी.आईआईटी रुड़की से बी.टेक में स्नातक पूरी करने के उपरांत उन्होंने दिल्ली के जवाहर नेहरु विश्वविद्यालय से पर्यावरण में मास्टर डिग्री पूरी की और फिर वे सिविल सर्विसेस की तैयारी में जुट गए.वर्ष 2006 में मनु महाराज को सिविल सर्विसेस की परीक्षा में अच्छी रैंक के साथ सफलता मिली.लेकिन आईएस रैंक मिलने के बावजूद उन्होंने आईपीएस को चुना.आईपीएस मनु महाराज के स्टाइल के ना सिर्फ आमलोग बल्कि पुलिस महकमें भी मुरीद हैं.किसी बड़े ऑपरेशन को लीड करना और मौक पर AK-47 लेकर पहुंच जाना जैसे उनकी आदतों में शुमार रहा है.
उनके अबतक के कार्यकाल के कुछ किस्से हैं जो काफी सुर्खियों में रही है.एक बार मनु महाराज रात के समय चेहरे पर गमछा बांधकर भेष बदलकर साइकिल से पेट्रोलिंग पर निकले.वे एक पुलिस जिप्सी के पास पहुंचे और पुलिस वाले से कहा “साहब, मैं मजदूरी करके लौट रहा था,तभी रास्ते में बदमाशों ने मुझे लूट लिया है.मेरी मदद कीजिए”.लेकिन पुलिस वाले ने उनकी बात को अनसुनी कर दिया और वहां से उन्हें भगाने लगे.भेष बदले मनु महाराज ने जब पुलिस वाले से फिर निवेदन किया तो पुलिस वाले उन्हें थप्पड़ मारने की कोशिश कर बैठे.तभी मनु महाराज ने चेहरे पर से गमछा हटा लिया और उन्हें देखकर सब सन्न रह गए.
ऐसी ही एक और कहानी है.एक बार बेहद ही सुरक्षित माने जाने वाले कोतवाली थाना की जीप चोरी हो जाती है.लेकिन मामले का दिलचस्प पहलू यह था कि पुलिस की जीप चोरों ने नहीं बल्कि मनु महाराज ही चुराये थे.दरअसल उन्होंने पुलिस की सक्रियता और कार्रवाई की गंभीरता की जांच के लिए ऐसा किया था.बाद में जब मामले की जानकारी पुलिस को होती है तो सभी चकित रह जाते हैं.
उनके बारे में सरकारी कार की जगह चेहरे पर नकाब लगाकर बाइक पर अपने गनर को बैठाकर शहर में पेट्रोलिंग करने जैसी कई कहानियां सुनी-सुनाई जाती है.बहरहाल अब उन्हें डीआईजी का पदभार ग्रहण करना है.जिसमें उन्हें कई जिलों की जिम्मेदारी निभानी है.निश्चय ही जिम्मेदारी बड़ी और नई भी है.बावजूद इसके इतना तो माना ही जा सकता है कि आने वाले दिनों में जिला सहित संपूर्ण मुंगेर प्रक्षेत्र में पुलिसिंग का एक नया नजारा देखने को मिलेगा.