बजट पर प्रतिक्रिया : जदयू नेता ने कहा गरीब विरोधी तो किसान नेता ने बताया किसान विरोधी
लाइव खगड़िया : भारत सरकार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने 2023 का बजट पेश कर दिया है और बजट पर आम व खास की प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी. कोई बजट को संतुलित बता रहा है तो कई की आलोचनाएं भी सामने आ रही है.
जनता दल यूनाइटेड के जिलाध्यक्ष बबलू कुमार मंडल ने आम बजट 2023-24 को गरीब विरोधी बताया है. उन्होंने बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा है कि बजट से महंगाई और बेरोजगारी को नियंत्रण संभव नहीं है और एनडीए का यह बजट पूंजिपतियों व उद्योगपतियों को बढ़ावा देने वाला बजट है. इसमें आमलोगों को फायदा पहुंचाने के बजाय कल्याणकारी योजनाओं व सब्सिडी को खत्म करने का काम किया गया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि आम बजट 2023-24 बिहार विरोधी बजट है. एक तरफ केन्द्र सरकार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं दे रही है तो दूसरी तरफ बजट में भी बिहार के विकास के लिए कुछ नहीं दिया गया है.
आम बजट 2023 पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बिहार किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह टुडू ने इसे किसान विरोधी बताया है. उन्होंने कहा है कि इस बजट में कृषि उत्पाद लगे पूर्व के 5 प्रतिशत जीएसटी को नहीं हटाया गया है. जिससे महगाई रुकेगी नहीं बल्कि बढ़ेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि अभी देश के जीडीपी यानी आर्थिक विकास में कृषि क्षेत्र का योगदान 7 प्रतिशत होने के बावजूद बजट में कृषि पर फोकस नहीं किया गया है. उर्वरक के सब्सिडी को बढ़ाया नहीं गया है और न ही यांत्रिकी पर सब्सिडी ही बढ़ाया गया. बजट में सिचाई के लिए हर खेत को बिजली पहुंचाने की कार्य योजना भी नहीं लाया गया है. साथ ही मोटे आनाज मक्का, ज्वार, बाजरा जैसे का निर्यात की भी कोई योजना नहीं है. किसान नेता ने कहा है कि बजट में केसीसी लोन के लिमिट को नहीं बढ़ाया गया है और न ही ऋण के व्याज दर को ही घटाया है.
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