ये ‘खगड़िया’ है मेरी जान, यदि जिद पर अड़ जाये तो हर मुश्किल बन जाती आसान
लाइव खगड़िया : वैसे तो खोये हुए सामान को ढूंढ़ निकालना ही एक मुश्किल का काम है और बात जब उच्चकों द्वारा लेकर फरार होने की हो तो यह और भी कठिन सा बन जाता है. लेकिन यह ‘खगड़िया’ है और यदि यह जिद पर अड़ जाये तो हर मुश्किल कितनी आसान बन जाती है, इसकी एक बानगी सामने आया है. एक सामाजिक कार्यकर्ता के सार्थक प्रयास से धरती के भगवान का गुम हुए अहम कागजात का चंद दिनों में वापस मिल जाने का मामला भले ही एक आम बात हो, लेकिन यह एक प्रतिबिंब है सार्थक प्रयास के परिणाम का, सोशल मीडिया के सदुपयोग का और एक सामूहिक प्रयास का…
दरअसल जिले के सदर अस्पताल में योगदान देने पहुंचे दो चिकित्सकों का बैग में रखा मूल प्रमाणपत्र अस्पताल परिसर से दो दिन पूर्व गायब हो गया था. घटना से धरती के भगवान काफी परेशान थे और हो भी क्यों नहीं, आखिर उनके वर्षों की लगन व मेहनत की पूंजी आंखों से ओझल हो चुका था. अमूमन ऐसे मामले में निराशा ही हाथ लगती है. लेकिन चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता सह शिक्षक नेता मनीष कुमार सिंह ने मामले में पहल करते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से गुम हुए बैग को ढूंढने में मदद करने की जिलेवासियों से अपील की. साथ ही मामले को लेकर उन्होंने अपनी टीम को एक्टिव किया और परिणाम भी सार्थक निकला.
सामाजिक कार्यकर्ता मनीष कुमार सिंह की अपील के बाद उनकी ही टीम के सदस्य बछौता निवासी हरि शंकर और मनीष ने उन्हें सूचना दी कि रोज बर्ड स्कूल के पास से एक लड़के को गुम हुए बैग जैसा ही एक बैग मिला है. सूचना मिलते ही सामाजिक कार्यकर्ता मनीष कुमार सिंह हरकत में आये और उन्होंने उस लड़के का मुंह मीठा कराते हुए बैग को कब्जे में लिया और फिर सर्टिफिकेट व अन्य महत्वपूर्ण कागजात से भरा बैग चिकित्सकों को सौंप दिया. बहरहाल सभी कागजात सहित बैग मिलने के बाद चिकित्सकों के खुशी का एहसास का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है