बीपीएससी की परीक्षा में आनंद गौतमी, विशाल, काजल, आबिद व अभिषेक ने लहराया परचम
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : बीपीएससी की परीक्षा में जिले के भी कई छात्र-छात्राओं ने परचम लहराया है. पहली ही प्रयास में आनंद गौतमी सिंघल और काजल को सफलता मिली है. साथ ही पूर्व विधायक के पुत्र ने भी परीक्षा में सफलता प्राप्त कर जिले का नाम रौशन किया है और अभिषेक भारती ने भी परिवार सहित जिले का मान बढ़ाया है.
जिले के चौथम प्रखंड के भुतौली मालपा की बेटी आनंद गौतमी सिंघल को 66वीं बीपीएससी की परीक्षा में सफलता मिली है. उन्होंने पहले ही प्रयास में बाजी मारी है. मिली जानकारी के अनुसार उन्हें 609 वां रैंक मिला है और उन्हें सप्लाई विभाग का इंस्पेक्टर का पद मिला है. आनंद गौतमी सिंघल का घर धुतौली पंचायत के वार्ड नंबर 14 में है. उनकी दादी धुतौली पंचायत की उप सरपंच रह चुकी है और दादा स्व० भीषण प्रसाद चौरसिया एक समाजसेवक थे. जबकि उनके पिता संजीव कुमार सिंघल इंजीनियर और उनके चाचा राजीव रंजन वायुसेना में हैं. सफलता पर आनंद गौतमी सिंघल को बधाई मिलने का सिलसिला जारी है और उनके परिवार में खुशी का है. बताया जाता है कि आनंद गौतमी सिंघल ने संत माइकल हाई स्कूल से मैट्रिक किया था. जबकि ईस्टर्न रेलवे इंटर कॉलेज से इंटर करने के बाद तिलकामांझी विश्व विद्यालय से ग्रेजुएशन किया. बीपीएससी की परीक्षा में उनकी सफलता पर प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि चंदन सिंह, मुखिया डॉ पार्वती कुमारी, डॉ दीपक कुमार, स्थानीय चिकित्सक डॉ मनोज कुमार, सीपीआई के जिलामंत्री प्रभाकर प्रसाद सिंह, पूर्व प्रखंड प्रमुख नरेश प्रसाद बादल, सुधाकर सिंह, राजेश रंजन भारती, शिक्षक अजय कुमार आदि ने बढ़ाई दी है.
इधर जिले के सदर प्रखंड के विशाल मोहन ने 28वीं रैंक हासिल किया है. उनका चयन नगर कार्यपालक पदाधिकारी के पद पर हुआ है. बता दें कि विशाल मोहन जदयू के जिला प्रवक्ता अरविंद मोहन के बड़े भाई एडवोकेट राकेश मोहन के पुत्र है. विशाल मोहन ने बताया कि उन्हें लंबे संघर्ष के बाद सफलता हाथ लगी है और यह उनका तीसरा प्रयास था. उन्होंने बताया कि वे 2013 से ही परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. इस क्रम में वे यूपीएससी के परीक्षा में चार बार मेन्स दे चुके हैं और एक बार फारेस्ट सर्विस के इंटरव्यू में शामिल हो चुके है. विशाल मोहन की प्रारंभिक पढ़ाई खगड़िया डीएवी से हुआ है और 10वीं भी उन्होंने इसी स्कूल से किया था. जबकि वे डीपीएस बोकारो से 12वीं और बीआईटी मिश्रा से स्नातक किया था. विशाल की इस सफलता पर जदयू जिला अध्यक्ष बबलू मंडल, जदयू नेता राजकुमार फोगला, भाजपा नेता रविशचंद्र सहित संहौली के अजीत सिंह, विनीत विक्रम, मंजीत सिंह, शंभु देव आदि ने बधाई दी है.
जिले के परबत्ता प्रखंड के लगार गांव की काजल कुमारी ने भी बीपीएससी की परीक्षा में पहले ही प्रयास में बाजी मारी है. काजल लगार निवासी नेवी इंजीनियर विजेंद्र कुमार रजक की पत्नी हैं. काजल कुमारी को पांच माह का एक लड़का भी है. वे बताती हैं कि पांच माह के बेटे को संभालने और घर गृहस्ती के साथ-साथ बीपीएससी की तैयारी थोड़ा कठिन जरूर था. लेकिन उन्होंने प्रथम प्रयास में ही बीपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. बताया जाता है कि उन्हें बीपीआरओ का पद मिला है और उनकी रैंक 685वां है. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता और स्वर्गीय पिता के साथ-साथ अपने पति को दिया है.
गोगरी प्रखंड के मुश्कीपुर निवासी आबिद अख्तर का चयन पंचायती राज पदाधिकारी पद पर हुआ है. वे परबत्ता के पूर्व विधायक मो नईम अख्तर के पुत्र हैं. उन्होंने बताया है कि उनकी सफलता में पिता पूर्व विधायक नईम अख्तर, बड़े भाई इंस्पेक्टर मो जावेद अख्तर, मो फिरोज अख्तर, प्रोफेसर टिंकू कुमार सहित परिवार के सभी सदस्यों का सहयोग रहा है.
इधर जमालपुर गोगरी निवासी सचितानंद प्रसाद व निर्मला देवी के पुत्र अभिषेक भारती ने भी बीपीएससी की परीक्षा में बाजी मारी है. उन्हें 122वां रैंक मिला है और मार्केटिंग ऑफिसर पद के लिए चयनित हुए है. फिलहाल वे सचिवालय में सहायक पद पर पर कार्यरत हैं. उनकी सफलता पर मो बरकत अली, आरिफ अराफात, आरोहित आदि ने बधाई दी है. बताया जाता है कि अभिषेक के पिता की जमालपुर 14 नंबर रोड में एक छोटी सी मिठाई की दुकान करते हैं. जबकि उनकी मां गृहणी हैं. अभिषेक भारती 2017 में आंबेडकर विद्यालय अररिया में शिक्षक पद पर नियुक्त हुये थे. जबकि 2018 में उन्होंने सचिवालय सहायक परीक्षा को पास की थी. जबकि 63वीं बीपीएससी की परीक्षा में उन्हें 222वां रैंक मिला था और उनका चयन राजस्व अधिकारी का पद हुआ था. लेकिन उन्होंने इस पद को त्याग दिया था.