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केन्द्रीय राज्य मंत्री ने किया श्रीगुरू-व्यास पूर्णिमा महोत्सव का उद्धाटन 

लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : बनारसी सर्राफ वाणिज्य महाविद्यालय नवगछिया के प्रांगण में दो दिवसीय श्रीगुरु व्यास पूर्णिमा महोत्सव का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे (पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन उपभोक्ता मामले खाद्य व सार्वजनिक वितरण) ने किया. मौके पर एमएलसी डॉ संजीव कुमार सिंह, प्रो उग्रमोहन झा, महाविद्यालय के सचिव मृत्यंजय सिंह गंगा, प्रो विनय कुमार पाण्डेय, डॉ दीपक मिश्र, नवगछिया भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद मंडल, भाजपा नेता रौशन सिंह आदि उपस्थित थे. वहीं बनारसी सर्राफ वाणिज्य महाविद्यालय के संस्थापक के पुत्र संतोष सर्राफ, राम गोपाल सर्राफ एवं पौत्र हर्ष सर्राफ भी दिल्ली से चलकर महोत्सव में शिरकत किए. केन्द्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने अपने संबोधन में गुरु की महिमा का बखान करते हुए कहा कि गुरु वह है जो अंधकार से प्रकाश की ओर लें चले. बिना गुरु से ज्ञान सम्भव नहीं है. गुरु प्रभु तत्व ही परम तत्व है. माता, पिता, गुरु अतिथि देशस्वरुप है. बंदऊँ गुरुपद पदुम परागा  – गुरु के चरण के धुली से ही लोगों का कल्याण होता है और गुरु के माध्यम से जीवन के सारे विघ्न दूर होते हैं. सनातन धर्म में  विष्णु के छठे अवतार दत्ता त्रैय जीवन में बाइस गुरु के माध्यम से विष्णु रुप को धारण कर नर से नारायण हो गए. ये सारे जीवन में परिवर्तन गुरु सत्ता ही ला सकते हैं. सरल संतों में से एक सनातन धर्म की ज्योति जगाने के लिए अंग की धरती पर अवतरित परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज जैसे गुरु पाकर इलाके के लोग आनंदित है.

वहीं परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहा कि बिहार समेत अंग क्षेत्र महान ऋषियों एवं संतों का स्थान है. श्रृंगी ऋषि के आशीर्वाद से जहां भगवान प्राकट्य हुए. जिनके कृपा से यश एवं कृति आगे बढ़ा. जो कि गुरु तत्व के महत्ता को बढ़ाता है. वहीं जाहान्वी ऋषि की चर्चा करते हुए कहा कि जिनकी तप से गंगा घरती पर अवतरित हुई. उसके साथ मंद्रांचल का क्षेत्र होने के कारण इस इलाके की अपनी एक अलग विशिष्ट स्थान है. गुरु वह नदी हैं जो निरंतर बहती हैं. गुरु प्रभु का जप स्मरण करने से हमें सत चित आनन्द की प्राप्ति होती है. भारतीय सनातन धर्म में गुरु का दर्जा सबसे ऊँचा माना गया है. मंच का संचालन मनोज कुमार मिश्र ने किया. इस महोत्सव में बाल नृत्यांगना सरस्वती भारतीय संस्कृति की वेशभूषा धारण कर अपने नृत्य से लोगों को मन मोह लिया

तीन सौ लोगों ने लिया गुरु दीक्षा

मंगलवार को तीन सौ की संख्या में महिला एवं पुरूष ने परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज से गुरू दीक्षा प्राप्त किया. मंच पर उपस्थित अतिथियों को गुरू पूर्णिमा कमेटी की तरफ से अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. साथ ही बनारसी सर्राफ वाणिज्य महाविद्यालय के नवनिर्मित पुस्तकालय, शिक्षक कक्ष, प्रार्चाय कक्ष, परीक्षा नियंत्रण कक्ष, पोटिको, मुख्य द्वार तथा मुख्य भवन के जीर्णोद्धार का उद्घाटन परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के द्वारा किया गया. केन्द्रीय राज्य मंत्री ने महाविद्यालय में वृक्षारोपण किया तथा तुलसी संस्था की तरफ से गुरु प्रसाद के रूप में सैकड़ों की संख्या में पंचवटी पौधा का वितरण किया गया.

गुरू दर्शन

बुधवार सुबह 5 बजे से 6 बजे तक गुरु व्यास पीठ पूजन, 6 बजे से संध्या 7 बजे तक गुरु दर्शन के साथ पादुका पूजन एवं 7 बजे से रात्रि 10 बजे तक गुरुवर परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के मुखाबिंद से सत्संग सुधा का रसपान करेंगे. इधर महाविद्यालय के एनसीसी कैडेट्स के छात्र-छात्रा सेवा भाव में तत्पर दिखें.

धावक लहराते रहे तिरंगा

महोत्सव में राष्ट्रीय धावक विजय कुमार के द्वारा लगातार हाथों में तिरंगा लहराकर राष्ट्र के प्रति कृतज्ञता जाहिर कर रहे हैं. साथ ही अतिथि का सम्मान करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. वे कार्यक्रम में आकर्षक केंद्र बने हुए हैं.

वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ माहौल हुआ भक्तिमय, बह रही है भक्ति की सरिता

श्रीगुरू-व्यास पूर्णिमा महोत्सव को लेकर माहौल भक्तिमय बना हुआ है. मंगलवार की सुबह वेदी पूजन के साथ महोत्सव का श्रीगणेश हुआ. वहीं आचार्य कौशलेंद्र झा, पंडित अनिरुद्ध शास्त्री, पंडित मुकेश शास्त्री, पंडित कपिश, पंडित पप्पू, पंडित अन्नू झा, पंडित अश्विनी कुंवर, पंडित शुभंश ठाकुर, पंडित यदुवंश ठाकुर के वैदिक मंत्रोच्चारण से माहौल भक्तिमय मय हो उठा. मुख्य यजमान के रूप में विजय गुप्ता एवं उनकी धर्मपत्नी उमा गुप्ता पूजन कार्य में लगे हुए हैं. महोत्सव में दर्जनों की संख्या में ध्वनि विस्तारक यंत्र लगाया गया है. इस बाबत आसपास के ईलाके में भक्ति की सरिता बह रही है. वहीं भजन सम्राट डॉ दीपक मिश्र, माधवानंद ठाकुर, हरिनारायण, बलबीर, किशोर, रविश, गुलशन, राजन, दिलीप, राजू आदि दर्जनों संगीत कलाकार एक से बढ़कर एक संगीत प्रस्तुत कर श्रोताओं को भावविभोर कर रहे हैं.

विद्वान शिक्षाविद् ने किया धर्म मंच का उद्घाटन

धर्म मंच का उद्घाटन मंदार बौसी विद्यापीठ के अरविन्दाक्षण माडम्बथ, श्रीगुरू-व्यास पूर्णिमा महोत्सव के सचिव मृत्यंजय सिंह गंगा, शिक्षा विद् रामलखन बाबू, संपादक वृजेन्द दूवे, प्रो डॉ ज्योतिन्द् चौधरी, पूर्व रजिस्टार प्रो डॉ महावीर साह, जदयू नवगछिया जिलाध्यक्ष चंद्रेश्वरी प्रसाद सिंह, नवगछिया भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद मंडल, प्रभारी प्राचार्य मो नईम उद्दीन, जी०बी० कालेज के पूर्व पुस्तकालय अध्यक्ष शिवशरण पोद्दार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.

गुरू पूर्णिमा पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की उठी मांग

बनारसी सर्राफ वाणिज्य महाविद्यालय नवगछिया में आयोजित श्रीगुरू -व्यास पूर्णिमा महोत्सव में उपस्थित केन्द्रीय राज्य मंत्री एवं एमएलसी डॉ संजीव कुमार सिंह से परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज ने आषाढ़ मास के पूर्णिमा को होने वाली  गुरु पूर्णिमा महापर्व पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने की मांग राज्य सरकार से लेकर केन्द्र सरकार के पास रखने की बात कही. स्वामी जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में हिन्दु वर्ष की सभी पूर्णिमाओं में सर्वश्रेष्ठ पूर्णिमा गुरुपूर्णिमा है. जिसे हिन्दु परम्परा के तहत पुरातन काल से ही गुरु-शिष्य संबंधों की आत्मीयता के आधार पर महापर्व के रूप में मनाया जाता रहा है. ऐसी मान्यता है कि इस आध्यात्मिक महापर्व की प्रतीक्षा देवगण ऋषिगण भी बेसब्री से करते है. संस्कृत के प्रकांड विद्वान चारों वेद के रचयिता महर्षि वेद व्यास को यह पर्व समर्पित है. उनका जन्म आषाढ़ माह के पूर्णिमा के दिन हुआ था. उनके सम्मान में यह पर्व या महोत्सव भारत में धूमधाम से मनाया जाता है. गुरु -शिष्य के महावर्प पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करना अनिवार्य है और यह आमजन की मांग है.

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