लाइव खगड़िया (मनीष कुमार) : राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर सदर अस्पताल में पड़े 6 वेंटिलेटर को जिले से बाहर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेजने की खबरों के बीच चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता नागेन्द्र सिंह त्यागी विफर पड़े हैं. उन्होंने विभाग के इस निर्णय पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा है कि जिले की जनता सदर अस्पताल को मिले वेंटिलेटर को किसी भी कीमत पर जिले से बाहर नहीं जाने देंगे और इसके लिए किसी बड़े आंदोलन की जरूरत पड़ी तो वे इसके लिए भी तैयार है. साथ ही उन्होंने मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में स्पष्ट रूप से कह दिया है कि मर जायेंगे लेकिन वेंटिलेटर के जिले से नहीं जाने देंगे.
जो कहते हैं वो करते रहे हैं त्यागी
जिले के चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता सह युवा शक्ति के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नागेन्द्र सिंह त्यागी सामाजिक कार्यों के लिए त्याग की मूर्ति माना जाता है और साथ ही वे संघर्ष के दूसरे नाम के रूप में भी जाने जाते हैं. उनमें एक खासियत यह भी रही है कि वे जो कहते हैं उन्हें पूरा करने के लिए संघर्ष करते हुए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं . उनके नाम विभिन्न मुद्दों को लेकर आमरण अनशण, बड़े आंदोलन का नेतृत्व करने एवं जनसमस्याओं को लेकर संघर्ष करने का एक अलग रिकार्ड रहा है. ऐसे में अब यह देखना दीगर होगा कि जिले से वेंटिलेटर नहीं जाने देने की मांग पर अड़ चुके त्यागी संघर्ष की अपनी प्रतिबद्धता से जन भावना एवं उनकी उम्मीदों पर कहां तक खरा उतर पाते हैं.
सदर अस्पताल में बेकार पड़ा रहा वेंटिलेटर
उल्लेखनीय है कि दक्ष चिकित्सक और आवश्यक मानव बल की कमी के कारण सदर अस्पताल में वेंटिलेटर का इस्तेमाल नहीं किया जा सका है. हलांकि कोरोना काल में इसकी उपयोगिता और भी बढ़ गई थी. लेकिन सदर अस्पताल में बीते वर्ष से पड़ा वेंटिलेटर एक शोभा का उपकरण ही बन कर रह गया और जरूरतमंद मरीजों को इसका लाभ नहीं मिल पाया. इधर राज्य स्वास्थ्य समिति ने जिले में इस्तेमाल नहीं होने वाले वेंटिलेटर को मेडिकल कॉलेज में इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है. जिसके बाद वेंटिलेटर को वापस नहीं जाने देने की मांग जिले में तेज हो गई है.