
अतिक्रमण हटाने के दौरान पत्थरबाजी से मची अफरातफरी
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : गोगरी अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश पर परबत्ता बाजार में अतिक्रमण हटाने के दौरान गुरूवार को अफरातफरी का माहौल बन गया. बताया जाता है कि अतिक्रमण हटाने का विरोध करने वालों के द्वारा पत्थरबाजी भी की गई.
अतिक्रमण हटाओं अभियान के दौरान सीओ अंशू प्रसून के नेतृत्व में सबसे पहले प्रखंड मुख्यालय के ठीक सामने केंद्र सरकार की केसर ए हिंद के नाम से विख्यात जमीन पर से अवैध निर्माण हटाने का सिलसिला शुरु किया गया. लेकिन प्रशासन द्वारा चिन्हित किये गये सीमा को लेकर कुछ लोगों के द्वारा विरोध किया जाने लगा. जिसके बाद अंचल के अमीन सहित कुछ प्राइवेट अमीनो के द्वारा पैमाइश की गई. जिसके बाद घंटों माथापच्ची के बाद आखिरकार सीमा का निर्धारण के बाद दो जेसीबी मशीनों के द्वारा अतिक्रमण हटाने का सिलसिला शुरू हुआ. इस बीच प्रशासन को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा. जेसीबी की मदद से निर्माण तोड़ने के क्रम में मशीन पर रोड़े भी बरसाए गए. जिससे कुछ वक्त के लिए वहां भगदड़ मच गई. घटना में जेसीबी चालक को हल्की चोटें आने की खबर है. जबकि परबत्ता थानाध्यक्ष प्रियरंजन कुमार, सीओ अंशु प्रसुन सहित प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर सूझबूझ के साथ स्थिति को नियंत्रित में कर लिया.
बताया जाता है कि परबत्ता के पुराने थाना भवन से लेकर परबत्ता हाट तक अगुवानी-महेशखूंट सड़क के पश्चिम भारत सरकार की केसरे हिंद कही जाने वाली सरकारी जमीन पर दशकों से लोगों का कब्जा है. इसके पूर्व भी इस जमीन से अतिक्रमण हटाया गया था. बावजूद इसके जमीन का बड़ा हिस्सा अतिक्रमणकारियों के कब्जे में बना रहा.
बताया जाता है कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुक्रवार को भी जारी रहेगा. जिसको लेकर अंचलाधिकारी अंशू प्रसून ने माइक से उद्धोषणा कर लोगों को अपना सामान हटाने का आदेश दिया है. दूसरी तरफ प्रशासन की कार्रवाई से क्षुब्ध लोगों का कहना था कि वे सभी कटाव पीड़ित हैं और प्रशासनिक स्तर से जमीन आवंटन के पश्चात सरकारी अमीन से नजरी नक्शा एवं भूमि की पैमाइश कराने के बाद ही उनलोगों के द्वारा मकान बनाया गया हैं.
जबकि मामले पर सीओ अंशु प्रसून ने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश पर कार्रवाई की गई हैं और वरिष्ठ पदाधिकारियों के निर्देश के अनुरूप ही आगे की कार्रवाई की जाएगी. अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान परबत्ता के थानाध्यक्ष प्रियरंजन कुमार व सीओ अंशु प्रशून सहित दंडाधिकारी के रूप में प्रतियुक्त प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी अखिलेश कुमार एवं भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद थे.