ले लोटा…ई कौन जमाने का बैंक है ! बिजली कट, कामकाज ठप
लाइव खगड़िया : वैसे तो बिजली लोगों के दिनचर्या का एक अभिन्न अंग बन गया है और अमूमन लोग बिजली का इंतजार एसी,पंखे,पानी,लाइट आदि जैसे जरूरतों के लिए करते हैं. लेकिन क्या आप यकीन करेंगे जिले में कुछ लोगों को बिजली का इंतज़ार इसलिए भी करना पड़ता है ताकि वे अपने पैसों को बैंक में जमा कर सके या फिर वो अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंक से अपने पैसे निकाल सके. जी हां, जिला मुख्यालय में ही एक बैंक ऐसा भी है जहां कि बैंकिंग प्रणाली पूर्ण रूप से सप्लाई की बिजली आपूर्ति पर निर्भर है और डिजिटल इंडिया के इस दौर में यहां बिजली की कोई अन्य वैकल्पिक व्यवस्था ही नहीं है. कुल मिलाकर इस बैंक में पावर कट के साथ कामकाज ही ठप हो जाता है.
यह हाल शहर के स्टेशन रोड के जनता महावीर चौक स्थित इंडियन बैंक के खगड़िया शाखा का है. इस शाखा में ग्राहकों को बैंकिंग सेवा का लाभ तभी मिलता है जब शहर में विद्युत सेवा बहाल रहती है. यदि बिजली कट जाये तो ग्राहकों को जमा व निकासी के लिए बिजली आने तक इंतजार करना होता है. ऐसे में ग्राहकों की परेशानी को सहज ही समझ जा सकता है.
आये दिन इस बात को लेकर ग्राहकों एवं बैंक कर्मियों के बीच नोक-झोक भी होती रहती है. मामले का आश्चर्यजनक पहलू यह भी है कि बैंक में यह स्थिति आजकल में नहीं बनी है. बल्कि वर्षों से इस शाखा का यही हाल है और बैंक को अबतक अपना एक जनरेटर सेट तक मयस्सर नहीं है.
दूसरी तरफ मामले को लेकर बैंक में ग्राहकों की रोज की किचकिच से अब बैंक के शाखा प्रबंधक अजीत कुमार भी आजिज आ चुके हैं. मामले पर शाखा प्रबंधक बताते है कि बैंक के जोनल मैनेजर से कई बार जनरेटर सेट के लिए निवेदन किया गया. लेकिन अबतक कोई पहल नहीं हुई. दूसरी तरफ बिजली आपूर्ति बाधित होने के साथ ही बैंक का कामकाज ठप हो जाता है. जिससे ग्राहकों को काफी परेशानी होती है. साथ ही उन्होंने बताया कि बैंक में यह स्थिति विगत पांच सालों से बनी हुई है. लेकिन बैंक के वरीय पदाधिकारी के द्वारा इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है. जबकि बिजली कटने से बैंकिंग सेवा बाधित होने पर एक ग्राहक झल्लाहट में कहते सुनाई दिये कि ” ले लोटा, ई कौन जमाने का बैंक है ! बिजली कट, कामकाज ठप”.