जब ‘जॉर्ज’ ने लिखा था ‘आजाद’ को पत्र, छलक आया था समाजवादियों का दर्द
लाइव खगड़िया (मनीष/मुकेश) : बात इसी वर्ष के 26 जनवरी की है जब समाजवादी विचारधारा से ताल्लुक रखने वाले जिले के प्रखर समाजवादी नेता पूर्व विधायक रामबहादुर आजाद का 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया.दूसरी तरफ मंगलवार की सुबह दिग्गज समाजवादी नेता व पूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का भी लंबी बीमारी के बाद निधन की खबरें आई.जिले के पूर्व विधायक रामबहादुर आजाद की तरह जॉर्ज फर्नाडिंस भी समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया के काफी नजदीकी थे और सोशलिस्ट आंदोलन में दोनों ही ने महत्वपूर्ण योगदान दिया था.इसे विधि का विधान ही माना जायेगा कि महज चार दिनों के अंदर दोनों समाजवादी नेता इस दुनिया को छोड़कर चले गये और रह गई सिर्फ स्मृति शेष…
ऐसे ही कुछ स्मृतियों में से 24 वर्ष पूर्व जॉर्ज फर्नाडिंस द्वारा पूर्व विधायक रामबहादुर आजाद को लिखा गया एक पत्र भी है.जो ना सिर्फ दोनों नेताओं के बीच के संबंध बल्कि समाजवादियों के दर्द को भी उजागर करता है.उल्लेखनीय है कि जनता पार्टी की टूट के बाद जॉर्ज फर्नाडिंस ने समता पार्टी बनाई थी और यह पत्र भी उसी वक्त का है.
जिसमें जॉर्ज फर्नाडिंस के खगड़िया दौरे के दौरान रामबहादुर आजाद से मुलाकात नहीं होने का दर्द भी है और समता पार्टी के गठन के उद्देश्यों की चर्चा भी.वहीं उन्होंने लिखा था कि समाजवादियों की लाचारी को दूर करने के लिए ही समता पार्टी को अतित्व में लाया गया.साथ ही उन्होंने स्पष्ट उल्लेख किया था कि यह पार्टी देश में परिवर्तन के उस संघर्ष को फिर से तेज करेगा.
पूर्व विधायक रामबहादुर आजाद को लिखे गये पत्र में जॉर्ज फर्नाडिंस ने समाजवादी नेता चन्द्रशेखर एवं मुलायम सिंह से राजनीतिक बात नहीं होने का जिक्र करते हुए लिखा था कि सभी दलों का मिलन तो संभव नहीं होगा,लेकिन आपसी तालमेल व सौहार्दपूर्ण वातावरण में काम करना संभव है.बहरहाल रामबहादुर आजाद एवं जॉर्ज फर्नाडिंस जैसे दोनों समाजवादी नेता आज इस दुनिया में नहीं हैं.लेकिन यह पत्र आज की राजनीति में समाजवादियों के दर्द को सदैव बयान करता रहेगा.