
मनीष भी चुनावी राजनीति के माहिर खिलाड़ी, PK के रणनीति को टक्कर देंगे MK
लाइव खगड़िया (मनीष कुमार मनीष) : पारंपरिक राजनीति के तौर-तरीकों को अपनी सोच से बदल देने वाले शिक्षक नेता मनीष कुमार सिंह ने प्रशांत किशोर की पार्टी ‘जनसुराज’ का दामन छोड़ दिया है. सोमवार को आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने इस बात की घोषणा कर जिले की राजनीतिक जगत में हलचल मचा दी. साथ ही उन्होंने चुनाव मैदान में उतरने का भी निर्णय लिया है. निश्चय ही शिक्षक नेता मनीष ने चुनाव लड़ने के ऐलान के साथ खगड़िया विधानसभा क्षेत्र से जनसुराज के घोषित प्रत्याशी जयंती पटेल सहित प्रशांत किशोर की राजनीतिक रणनीति को भी एक खुली चुनौती दे दी है. ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प हो जायेगा कि जनसुराज के प्रत्याशी के तौर पर जयंती पटेल और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जनसुराज अभियान का कभी हिस्सा रहे मनीष कुमार सिंह को मिले मतों के बीच का फासला कितना रहता है. यह आंकड़ा ही पीके के रणनीति की सफलता व असफलता का पैमाना भी होगा. निश्चय ही चुनाव में जीत – हार की अपनी जगह है.

उल्लेखनीय है कि करीब दो वर्षों से प्रशांत किशोर के जनसुराज अभियान को जिले में चर्चित शिक्षक नेता मनीष कुमार सिंह का भरपूर समर्थन मिल रहा था. पीके के अभियान में कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले शिक्षक नेता के समर्थक मनीष कुमार सिंह को खगड़िया विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी के तौर पर पेश कर रहे थे और चुनाव की तैयारी भी चरम पर था. इधर एक कांड में शिक्षक नेता का नाम आने के बाद उनकी उछलने बढ़ी थी. हालांकि इसे वो अपने विरोधियों की राजनीतिक साजिश करार दिया था. इस बीच इधर उस मामले में उन्हें कोर्ट से थोड़ी राहत मिली और उधर जनसुराज ने जयंती पटेल को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. जयंती पटेल के पति सुमन पटेल जन सुराज से जुड़े आरसीपी सिंह के करीबी बताये जाते हैं.
मिली जानकारी के अनुसार 16 अक्टूबर को शिक्षक नेता मनीष कुमार सिंह खगड़िया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन का पर्चा दाखिल करेंगे. बात यदि चुनावी राजनीति की करें तो शिक्षक नेता की चुनावी रणनीति पारंपरिक तौर-तरीकों से थोड़ा अलग रही है. उल्लेखनीय है कि सामाजिक कार्यकर्ता सह शिक्षक नेता मनीष कुमार सिंह की पत्नी जिला परिषद सदस्य हैं. हालांकि मनीष राजनीतिक रूप से विगत नगर परिषद् चुनाव में चर्चाओं में आये थे. जब उन्होंने किंग मेकर की भूमिका अदा कर खगड़िया नगर परिषद क्षेत्र के मुख्य पार्षद पद पर अर्चना कुमारी को जीत की मंजिल तक पहुंचाया था. अर्चना कुमारी के पूरे प्रचार अभियान में मनीष कुमार सिंह का ही चेहरा सामने था और वे फ्रंट पर थे. दूसरी तरफ जिले के राजनीति के कई दिग्गजों का समर्थन अन्य उम्मीदवारों को मिल रहा था. यह जीत राजनीतिक रूप से मनीष कुमार सिंह के लिए एक बड़ी जीत थी. जिसके बाद से मनीष की चुनावी रणनीति पर चर्चा होने लगी. उधर प्रशांत किशोर भी राष्ट्रीय स्तर के राजनीतिक रणनीतिकार है. ऐसे में माना जा सकता है कि इस बार खगड़िया में पीके (प्रशांत किशोर) एवं एमके (मनीष कुमार सिंह) के रणनीति में टक्कर है.