
पूर्व मंत्री आर एन सिंह का निधन, क्षेत्र में शोक की लहर
लाइव खगडिया (मुकेश कुमार मिश्र) : शनिवार की देर शाम पूर्व मंत्री रामानंद प्रसाद सिंह ने पटना के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली. वे लगभग 85 वर्ष के थे. उनके निधन की खबर सुनते ही इलाके में शोक की लहर दौड़ पड़ी.
उल्लेखनीय है कि जिले के परबत्ता विधानसभा क्षेत्र के राजनीति का वे करीब ढ़ाई दशकों से एक धुरी के रूप में जाने जाते थे. वे स्वर्गीय आरोग्य सिंह के पुत्र थे. उन्होंने 1967 में लीड्स यूनिवर्सिटी (यूनाइटेड किंगडम) से बी टेक की पढ़ाई की थी. बताया जाता है कि वे बिहार राज्य विद्युत बोर्ड में सुप्रीटेंडिंग इंजीनियर के पद से त्यागपत्र देकर 1995 में राजनीति में आये और तब से ही चुनावी मैदान में ताल ठोकते रहे. इस दौरान वे परबत्ता विधानसभा क्षेत्र से आठ बार चुनाव लड़ें. जिसमें से पांच बार उन्होंने विजयी गाथा लिखी.
वर्ष 1995 में रामानंद प्रसाद सिंह उर्फ आर एन सिंह भाजपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े और तीसरे स्थान पर रहे. जबकि वर्ष 2000 में किसी दल से टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और दूसरे स्थान पर रहे. वर्ष 2004 में उम्र विवाद में विधायक सम्राट चौधरी की विस सदस्यता समाप्त हो गयी और फिर वहां हुए उपचुनाव में आर एन सिंह ने जदयू के टिकट पर जीत का परचम लहराया. उनका यह कार्यकाल एक वर्ष का रहा था. जिसके बाद 2005 के फरवरी तथा अक्टूबर में हुए चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की थी. 2008 में उन्हें नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में परिवहन मंत्री के रूप में शामिल किया गया. 2010 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. लेकिन अगस्त 2014 के उपचुनाव में आर एन सिंह ने फिर जीत का परचम लहराया. फिर नवम्बर 2015 के विधानसभा चुनाव में भी वे शानदार जीत हासिल किया. जबकि 2020 के चुनाव में उनके पुत्र डॉ संजीव कुमार परबत्ता विधानसभा सीट जीत कर अपने पिता के राजनीतिक विरासत को बरकरार रखा. दिवंगत मंत्री के दूसरे पुत्र राजीव कुमार भी एमएलसी हैं.
इस चुनाव में परबत्ता विधानसभा सीट से उन्हें मिली थी जीत
2004 (उपचुनाव) – रामानंद प्रसाद सिंह (जदयू)
2005 (फरवरी) – रामानंद प्रसाद सिंह (जदयू)
2005 (अक्टूबर) रामानंद प्रसाद सिंह
2014 (अगस्त, उपचुनाव) रामानंद प्रसाद सिंह (जदयू)
2015 (नवम्बर) रामानंद प्रसाद सिंह (जदयू)