BDO का वायरल वीडियो : मामले पर दोनों पक्षों की है अपनी-अपनी दलीलें
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड विकास पदाधिकारी अखिलेश कुमार एवं कुछ पुलिस कर्मियों के द्वारा दो युवाओं को पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
हालांकि वायरल वीडियो क्लिप बीते शनिवार का ही बताया जा रहा है. वीडियो वायरल होते ही लोगों की प्रतिक्रिया भी सामने आने लगा है. मामले पर कुछ लोग इसे प्रशासनिक पदाधिकारी का बर्बरतापूर्ण कार्यवाही बता रहे हैं और कुछ लोग अधिकारी पर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं. इधर मामले पर भाकपा के अंचल मंत्री कैलाश पासवान ने कहा कि एक पदाधिकारी द्वारा ऐसा किया जाना शोभा नहीं देता है और जिले के वरीय पदाधिकारी मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करें.
मामले पर बोले बीडीओ
पूरे घटनाक्रम को लेकर बीडीओ अखिलेश कुमार ने बताया कि आईटी भवन में नामांकन की प्रक्रिया चल रहा था. जिसको लेकर कुछ विशेष निर्देश जारी किया गया था. इसी दौरान दो युवक मुख्य द्वार पर गार्ड के रोकने के बावजूद जबरन अंदर घुस आये और आरटीपीएस काउंटर के पास पहुंच हंगामा करने लगे. वहीं तैनात मजिस्ट्रेट एवं जवानों ने जब उसे रोकने का प्रयास किया तो दोनों उन सभी से ही उलझ गये. बीडीओ ने बताया है कि हंगामा की सूचना पर जब वे वहां पहुंचे तो युवकों के द्वारा उनके साथ भी अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया जाने लगा. हलांकि दोनों युवकों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपने करतूत से बाज नहीं आये और सभी से उलझता ही चला गया. ऐसे में शांति व्यवस्था बहाल रखने लिए उन्हें बल प्रयोग करना पड़ा एवं फिर युवकों को पुलिस के हवाले कर दिया गया. जिसे बाद में माफीनामा देने के बाद छोड़ा गया. इधर मौके पर मौजूद मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात देवनंदन शर्मा एवं सुरक्षा गार्ड ने भी बताया कि युवक बीडीओ से भी उलझ पड़ा था.जिसके बाद काफी मशक्कत से उसे हटाया गया.
यह रहा पीड़ित की दलील
मामले को लेकर तेमथा लेनिन नगर के रहनेवाले पीड़ित संजीव कुमार एवं सुप्रभात कुमार ने बताया है कि वे जाति एवं आवासीय प्रमाण पत्र के लिए काउंटर पर गए थे. जहां मौजूद कर्मी एवं गार्ड डांट-फटकार करने लगे. जिसके बाद बीडीओ आए और बेरहमी से पिटाई कर दी.
इधर वायरल वीडियो को लेकर डीएम आलोक रंजन घोष ने बीडीओ को तत्काल आरओ कार्य से अलग कर दिया है और साथ ही मामले को लेकर स्पष्टीकरण पूछा गया है. मिली जानकारी के अनुसार एक विशेष टीम पूरे घटनाक्रम की जांच कर डीएम को रिपोर्ट सौंपेगी.