लाइव खगडिया (मुकेश कुमार मिश्र) : जिले के परबत्ता प्रखंड के लगार पंचायत अंतर्गत बिशौनी गांव में सोमवार को गजाधर सलारपुरिया की 19वीं पुण्य स्मृति के अवसर पर उनकी धर्म पत्नी शारदा देवी सलारपुरिया के वित्तीय सहायता से कौशल कुमार मिश्र उर्फ पप्पु मिश्र के द्वारा 400 गरीब एवं दिव्यांगों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया गया. साथ ही जितिया व्रत करने वाली महिलाओं के बीच साड़ी का भी वितरण किया गया. इस क्रम में प्रति परिवार पांच किलो चावल, एक किलो दाल, एक किलो आलू तथा एक किलो नमक दिया गया.
आयोजन को लेकर उदयपुर, बिशौनी, सलारपुर, खजरैठा, परबत्ता, खनुआ राका के अति निर्धन परिवारों का चयन किया गया था. मौके पर धीरेन्द्र मिश्र उर्फ महंत जी, मनोज मिश्र, सुमन पाठक, सोनू झा के अलावे कई लोग मौजूद थे. मालूम हो कि यह कार्य लगभग विगत दो दशकों से किया जा रहा है.
समृद्ध है सलारपुरिया का इतिहास
सलारपुरिया ग्रुप के संस्थापक गजाधर जी सलारपुरिया का जन्म जिले के सलारपुर गांव के एक सम्पन्न किसान एवं व्यवसायी परिवार में हुआ था. चार्टर्ड एकाउंटेंट की पढाई के बाद उन्होंने सलारपुरिया जाजोदिया एण्ड कंपनी नामक फर्म का गठन किया. भागलपुर में इस कंपनी ने रावतमल नोपानी छात्रावास बनवाया. सलारपुर गांव में प्रतिष्ठित जगन्नाथ राम उच्च विद्यालय तथा मंदिर आदि का निर्माण कराया. बाद के दिनों में कंपनी का विस्तार कलकत्ता तथा बंगलोर में हो गया. जहाँ कंपनी ने महाराजा अग्रसेन अस्पताल का निर्माण किया. वर्ष 1990 के दशक में सलारपुर से इस परिवार के सभी लोग बेहतर व्यवसाय की प्रत्याशा में यहां से स्थायी रूप से पलायन कर गये. लेकिन इलाके के प्रति लगाव के कारण आज भी जनकल्याणकारी कार्यक्रम का संचालन करने के लिये समय-समय पर धनराशि उपलब्ध कराते रहते हैं. इस कंपनी में आज की तिथि में इलाके के हजारों युवाओं को नौकरी मिली है. वर्ष 2003 में जी डी सलारपुरिया का निधन हो गया. लेकिन तबतक यह कंपनी विनिर्माण के क्षेत्र में बहुराष्ट्रीय कंपनी बन चुकी थी. आज देश के विभिन्न राज्यों के अलावा 20 देशों में कंपनी का करोबार चलता है.