लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : पूर्णियांं जिला में खेल पदाधिकारी के पद कार्यरत खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड के बौरने निवासी 46 वर्षीय रणधीर सिंह के असामयिक निधन से इन क्षेत्र के खिलाड़ी व कला संस्कृति से जुड़े लोगों के चेहरे पर उदासी छा गई है. रणधीर सिंह पटना, दरभंगा, मधुवनी, बेगुसराय, खगड़िया, सहरसा जिले में अपनी सेवा दे चुके थे और वर्तमान में वे पूर्णियां के जिला खेल पदाधिकारी के पद पर थे. साथ ही उनके जिम्मे कटिहार जिले का भी प्रभार था.
बताया जाता है कि रणधीर सिंह मृदुभाषी एवं सरल स्वभाव के धनी थे. पूर्णियां को देश में पहचान दिलाने वाले रणधीर सिंह खिलाड़ियों के प्रिय पात्र थे. पूर्णियां के खेल विभाग में कार्यरत लिपिक मनोज बताते हैं कि पूर्णियां को देश में पहचान दिलाने वाले रणधीर सिंह सबके दिलों में रहेंगे. जिनके नेतृत्व में 2019 में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आयोजित आदिवासी लोकगीत प्रतियोगिता में जिले को देश में प्रथम स्थान मिला था. बिहार के आदिवासी समुदाय का पर्व कर्मा की प्रस्तुति पर प्रथम स्थान पर रहे जिले को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के द्वारा पांच लाख से सम्मानित किया गया था. उस टीम में डीएसओ रणधीर सिंह नोडल अधिकारी के रूप में शामिल थे.
साथ ही बताया गया कि रणधीर सिंह के नेतृत्व में पूर्णियां जिला में 2017 से 2020 के बीच अंडर 17, 18, 19 बालक व बालिका वर्ग कबड्डी, फुटबॉल, हॉकी जैसे खेलों का राजस्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया. जिसमें से कई खेलों में पूर्णियां की टीम स्टेट चैम्पियन बना.
उधर कटिहार खेल विभाग में कार्यरत लिपिक निर्मल ने बताया है कि रणधीर सिंह को जब कटिहार जिले का प्रभार मिला तो 2017 से 2020 के बीच वे बालिका कबड्डी, हॉकी , फुटबॉल का राजस्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन खेलप्रेमियों का दिल जीत लिया था. बताया जाता है कि खेल के साथ-साथ कला संस्कृति में उनकी रूचि थी.
खगड़िया जिला हॉकी संघ के सचिव विकास कुमार बताते हैं कि 2016 में रणधीर सिंह के नेतृत्व में जिले की बालक वर्ग के अंडर 17 हॉकी टीम स्टेट चैंपियन रही थी. साथ ही उन्होंने बताया कि रणधीर सिंह का एक सपना था कि खगड़िया में एकलव्य सेंटर खुलें और इसके लिए वे प्रयासरत भी रहें. उनके निधन से खेल, कला संस्कृति के क्षेत्र को काफी क्षति पहुंचा है.