
लूट से बचा स्मार्ट फोन प्रवासी मजदूरों के लिए राह में साबित हुआ संजीवनी
लाइव खगड़िया (मुकेश कुमार मिश्र) : लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों का दर्द शायद अब किसी से छुपा नहीं है और तमाम परेशानियों के बीच इन मजदूरों का जैसे-तैसे घर वापस लौटने का सिलसिला जारी है. वापस लौटने के दौरान कुछ राहगीरों को राह में बदमाशों से भी सामना होता रहा हैं. वैसे तो ऐसी कुछ घटनाओं में मजदूरों का दर्द जानने के बाद बदमाशों की संवेदनाएं जग जाने का मामला भी प्रकाश में आाया है और लूटेरा लूट की जगह मजदूरों को सहयोग ही कर गये हैंं. लेकिन हर बदमाश ऐसा नहीं होता और ऐसे ही कुछ बदमाशों ने गृह जिला वापस लौट रहे प्रवासी मजदूरों की राह में परेशानियां बढा दी थी. जिससे उन्हें यात्रा के दौरान कई नई परेशानियों का सामना करना पड़ा.
मुम्बई से दो ऑटो पर सवार होकर सात प्रवासी मजदूर बुधवार को गोगरी के रेफरल अस्पताल पहुंचे. सभी पसराहा गांव के निवासी बताये जाते हैं. बताया जाता है कि शनिवार देर शाम मुम्बई से सभी ऑटो पर सवार होकर अपने गृह जिला के लिए निकले. यात्रा के क्रम में इंदौर के समीप सोमवार की देर रात बदमाशों ने लूटपाट की घटना को अंजाम दे दिया. कहा जाता है कि बदमाशों ने ऑटो सवार सभी लोगों से नकदी, कपड़ा, मोबाइल, खाने का सामान आदि लूट लिया. लेकिन लूटपाट की घटना में एक स्मार्ट फोन बच गया. जो कि आगे की राह में इन मजदूरों के लिए संजीवनी साबित हुआ और इसकी मदद से ही आज ये मजदूर अपने गृह जिला पहुंच पाये.
दरअसल लूटपाट की घटना के बाद इन मजदूरों के पास ना तो पेट्रोल के लिए रूपये बचे थे और ना ही खाने के लिए कोई सामग्री. ऐसे में इन मजदूरों के बेवशी व दर्द को समझते हुए एक पंप वाले ने ऑटो में मुफ्त पेट्रोल देकर मदद किया. लेकिन आरा पहुंचते-पहुंचते दो में से एक ऑटो खराब हो गया. जिसके बाद इनलोगों ने अपने सगे-संबंधियों से स्मार्ट फोन के माध्यम से ऑनलाइन मदद लेकर ऑटो ठीक कराया. इन्हीं रूपयों से उन्हें कुछ खाना भी नसीब हुआ. जिसके बाद वे लोग बुधवार को गोगरी रेफरल अस्पताल पहुंचे. जहां प्रभारी चिकित्सक डॉ चन्द्र प्रकाश ने सभी को प्राथमिक जांच के बाद गोगरी अनुमंडल पदाधिकारी सुभाषचंद्र मंडल के निर्देश पर मध्य विद्यालय राटन के कोरेनटाइन सेंटर भेज दिया. उल्लेखनीय है कि ऑटो चालक भी पसराहा गांव का ही निवासी है. जो मुम्बई में ऑटो चलाया करते थे.