आतंकियों से मुठभेड़ में खगड़िया के लाल CRPF इंस्पेक्टर शहीद
लाइव खगड़िया : जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में शुक्रवार की शाम सुरक्षाबलों और आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर पिन्टू सिंह समेत 5 जवान शहीद हो गये.शहीद इंस्पेक्टर मूल रूप से जिले के ही निवासी थे.जिले के गंगौर ओपी क्षेत्र के गंगौर गांव निवासी स्वर्गीय चक्रधर सिंह व सुशीला देवी के पुत्र शहीद इंस्पेक्टर पिन्टू सिंह अपने पांच भाईयों में से सबसे छोटे थे और वर्ष 2009 में उन्होंने सीआरपीएफ में ज्वाइन किया था.
उनकी पहली पोस्टिंग मोतिहारी सीआरपीएफ मुख्यालय में हुई थी.करीब 6 साल के सर्विस के बाद उन्हें कश्मीर भेजा गया था.शहीद इंस्पेक्टर पिन्टू सिंह की प्रारंभिक शिक्षा जिले के गंगौर में ही हुई थी.जबकि उन्होंने मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह महाविद्यालय से स्नातक किया था.
उनकी शादी बेगूसराय जिले के सबदलपुर में हुई थी और पढाई के दौरान मुजफ्फरपुर से अधिक लगाव होने के कारण वे किराये पर मकान लेकर वहीं अपनी पत्नी को रखते थे.उन्हें 5 साल की एक पुत्री भी है.बताया जाता है कि शहीद जवान का ननिहाल बेगूसराय जिले के बखरी थाना क्षेत्र में है और उनकी मां अपने पिता की इकलौती पुत्री हैं.बहरहाल पिन्टू सिंह के शहादत की खबर के साथ खगड़िया सहित बेगूसराय में रह रहे उनके परिजन गमगीन हैं.साथ ही देश की रक्षा करने के क्रम में शहीद हुए अपने लाल पर परिजनों सहित दोनों जिले के वासी गर्व भी महसूस कर रहे हैं.
मलबे से निकलकर आतंकी ने चलाई गोली
19 जानकारी के अनुसार उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा के लंगेट इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना 22 राष्ट्रीय राइफल्स,92 बटालियन सीआरपीएफ तथा एसओजी ने गुरुवार की देर शाम घेराबंदी तथा तलाशी अभियान शुरू किया था. करीब पांच घंटे की तलाशी के बाद घेरा सख्त होता देख एक मकान में छिपे आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू कर दिया और आतंकी व सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरु हो गई.मुठभेड़ शुक्रवार को भी जारी रहा. इस दौरान सुरक्षा बलों ने विस्फोट कर मकान उडा दिया.जिसमे दो आतंकी मारे गए और दूसरी ओर से फायरिंग बंद हो गई.जिसके उपरांत मुठभेड़ स्थल का रास्ता संकीर्ण होने की वजह से वहां जेसीबी के नहीं पहुंचने पर मलबा हटाने का काम मैन्युअली ही शुरु किया गया. इसी दौरान मलबे में से निकलकर आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी.फायरिंग शुरु होते ही जवानों ने पुनः मोर्चा संभाल लिया और दोबारा मुठभेड़ शुरू हो गई.जिसमे सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर समेत दो एवं दो पुलिस के जवान शहीद हो गए.