उल्लेखनीय है कि तीन फरवरी को संध्या चार बजे मंच का विधिवत् उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया जाएगा.मौके पर अयोध्या के स्वामी श्री अनन्ताचार्य जी महाराज,मध्य प्रदेश के स्वामी धरणीधराचार्य जी महाराज,उत्तर प्रदेश के स्वामी राघवानंद शरण जी महाराज सहित मुख्य अतिथि के रूप में भूपेन्द्र नारायण विश्वविद्यालय मधेपुरा के कुलपति प्रो. डॅा. अवध किशोर राय एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर विधान पार्षद डा. संजीव कुमार,प्रो. ज्योतिन्द्र चौधरी,प्रो.लक्ष्मीनायारण झा, प्रो. महावीर साह, शिवशरण चौधरी,बैलदौर के विधायक पन्नालाल लाल सिंह पटेल, परबत्ता के विधायक रामानंद प्रसाद सिंह, अलौली के विधायक चंदन कुमार, विधान पार्षद सोने लाल मेहता, रजनीश कुमार सिंह उपस्थित रहेंगे.नौ दिनों तक चलने वाली इस महायज्ञ में भक्ति की गंगा बहेगी.जिसमें चार फरवरी को कथा व्यास के कोकिल कंठ से वारह अवतार, पांच को ध्रुव चरित्र, छह को नरसिंह अवतार, सात को श्री कृष्ण अवतार, आठ को माखन चोरी, नौ को रुक्मिणीग विवाह, एवं दस फरवरी को सुदामा चरित्र व राधा-कृष्ण मनोहारी छवि कथा का रस पान श्रोतागण करेंगे.वहीं संगीतमय कथा के साथ-साथ लीला दर्शन की झांकी का भी चित्रण किया जाएगा.साथ ही प्रत्येक दिन दोपहर में नामचीन संगीत कलाकारों के द्वारा भक्ति भजन में श्रोता गोता लगायेंगे.वहीं महायज्ञ में प्रत्येक दिन सुबह की बेला में लगातार पांच घंटे तक विद्वान पंडितों के द्वारा विशेष देवी पूजन, हवन किया जाएगा.मनीष भी चुनावी राजनीति के माहिर खिलाड़ी, PK के रणनीति को टक्कर देंगे MK