खगड़िया के राजनीतिक जगत में नई सनसनी बन उभरे शिवराज यादव
लाइव खगड़िया (मनीष कुमार मनीष) : लोकसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है और साथ ही गठबंधन के राजनीतिक दौर में घटक दलों के संभावित उम्मीदवार की चर्चाएं भी तेज हो गई है. हालांकि वास्तविक तस्वीर अभी उभर कर सामने आनी है. लेकिन संभावित उम्मीदवार के चर्चित कुछ नामों में एक नाम ऐसा भी है जो चंद वर्षों में जिले की राजनीतिक जगत में एक सनसनी के तौर पर उभर कर सामने आये हैं.
निश्चय ही राजनीति में किस्मत का भी एक बड़ा हाथ माना जाता है. लेकिन सही वक्त पर लिया गया एक बड़ा फैसला किसी को राजनीतिक रूप से किस मुकाम पर पहुंचा सकता है, यह लोजपा (रा) के जिलाध्यक्ष शिवराज यादव से बेहतर कौन जान सकता है. चंद वर्षों पूर्व तक एक वार्ड पार्षद के तौर पर राजनीति करने वाले शिवराज यादव आज खगड़िया लोकसभा सीट से लोजपा (रा) के संभावित उम्मीदवारों की रेस में शामिल है. हलांकि हर दिन बनते-बिगड़ते राजनीतिक समीकरण के बीच टिकट को लेकर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगा. लेकिन हालात चाहे जैसी भी रहे शिवराज यादव जिले की राजनीतिक के कुछ चर्चित नामों के समानांतर खुद को खड़ा कर चुके हैं और यह ही उनके अबतक के राजनीतिक जीवन की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है.
चंद वर्षों पूर्व तक लोजपा टिकट वितरण प्रणाली को लेकर चर्चाओं में रहा करता था. संगठन की स्थानीय गतिविधिओं पर भी सवाल खड़ा हुआ करता था. ये अलग बात थी कि एनडीए के घटक दलों के बीच यह सीट लोजपा के खाते में रही थी और बीते वर्ष भी इस सीट से भाजपा समर्थित लोजपा प्रत्याशी चौधरी महबूब अली केसर को जीत मिली थी. इस बीच वर्ष 2021 में लोजपा में टूट हुई और पार्टी के संस्थापक दिवंगत रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान के नेतृत्व में लोजपा (रा) अस्तित्व में आया. निश्चय ही यह वक्त चिराग पासवान के राजनीतिक जीवन का एक कठिन दौर था. इस दौर में जिले में लोजपा (रा) का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी शिवराज यादव को मिली और वे पार्टी के जिलाध्यक्ष बनाये गए. जिसके बाद जिले में संगठन का विस्तार एवं पार्टी की गतिविधियों को लेकर वे लगातार प्रयास करते रहे. उधर लोजपा (रा) सुप्रीमो चिराग पासवान का राजनीतिक कद बढ़ता गया और इधर शिवराज यादव भी जिले की राजनीति के राइजिंग स्टार के तौर पर उभरते गये. बहरहाल लोजपा (रा) के करीब तीन वर्षों के सफर में पार्टी के जिलाध्यक्ष शिवराज यादव संभावित उम्मीदवार की दौर में शामिल हैं. गौरतलब है कि विगत संसदीय चुनाव तक एनडीए के घटक दलों के बीच खगड़िया लोकसभा सीट लोजपा कोटे में ही रही थी और पार्टी प्रत्याशी इस सीट से लगातार दो जीत अपने नाम कर चुके है. हलांकि 2024 के चुनाव में सीट को लेकर एनडीए के घटक दलों के बीच की स्थिति देखना दीगर होगा. लेकिन इस बीच शिवराज यादव अपने राजनीतिक जीवन में एक अलग मुकाम को छू चुके हैं.