
लॉकडाउन में घर लौटने पर दादा से मिली प्रेरणा व बदल गई अभिषेक की मंजिल, क्रैक किया BPSC
लाइव खगड़िया : 67वीं बिहार प्रशासनिक सेवा परीक्षा में सफलता अर्जित करने वाले कुमार अभिषेक के लिए कोरोना काल का लॉकडाउन वरदान साबित हुआ है. जिले के अलौली प्रखंड के सुदूर देहाती क्षेत्र रौन निवासी स्व जयकिशोर प्रसाद यादव व रेखा देवी के पुत्र कुमार अभिषेक को बीपीएससी परीक्षा में 484 रैंक मिला है और उनका चयन प्रखंड अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण पदाधिकारी पद के लिए हुआ है. अभिषेक को प्रथम प्रयास में ही सफलता मिली है.
दरअसल वर्ष 2019 में अभिषेक भोपाल से सिविल इंजीनियरिंग करने के बाद एक सिमेंट कंपनी में टेक्निकल एग्जीक्यूटिव (क्वालिटी कंट्रोल) में नौकरी करने लगे थे और उनकी पोस्टिंग आरा में थी. इस बीच कोरोना काल के लॉकडाउन में फिल्ड वर्क होने की वजह से अभिषेक का काम भी प्रभावित हुआ और उन्हें गांव वापस लौटना पड़ा. जहां उन्हें अपने दादा सेवानिवृत बीडीओ राज किशोर प्रसाद यादव से प्रेरणा मिली और फिर तो उनकी मंजिल ही बदल गई. बहरहाल अभिषेक को बीपीएसी परीक्षा में सफलता मिल चुकी है. लेकिन उनकी मंजिल यूपीएससी में सफलता हासिल करना है और इसके लिए वे दिन-रात एक कर मेहनत कर रहे हैं.
कुमार अभिषेक ने दसवीं तक की पढ़ाई जिले के डीएवी स्कूल से किया. जबकि इंटर उन्होंने महेशखूंट के एसजीके कॉलेज से की है. अभिषेक अपनी सफलता का श्रेय अपने दादाजी को देते हैं. उनका मानना है कि खर्चीली कोचिंग सेंटर की दुनिया से इतर एक इंटरनेट की दुनिया भी है. जहां हर कुछ उपलब्ध है और इसकी सहायता लेकर सेल्फ स्टडी से भी बड़ी सफलता अर्जित की जा सकती है. बहरहाल ग्रामीण परिवेश से आने वाले अभिषेक सीमित संसाधनों के बीच बड़ी सफलता अर्जित कर एक प्रेरणा बनकर उभड़े हैं.