पत्रकार हत्याकांड : WJAI ने की घटना की भर्त्सना, पत्रकार संगठनों ने निकाला विरोध मार्च
लाइव खगड़िया : डब्ल्यूजेएआई ने अररिया में पत्रकार की हत्या और समस्तीपुर में वेब पत्रकार पर शराब माफिया द्वारा की गई हमले की तीव्र भर्त्सना करते हुए राज्य सरकार से 48 घंटे के अंदर दोषियों की गिरफ्तारी मांग की है. वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन आफ इण्डिया (डब्ल्यूजेएआई) ने चौथे स्तंभ पर कायराना, शर्मनाक और निन्दनीय हमला की कड़ी निंदा की है और राज्य सरकार को अपराधियों पर त्वरित कठोर कार्रवाई के लिए 48 घंटों का अल्टीमेटम दिया है. संगठन के राष्ट्रीय नेतृत्व ने राज्य सरकार से अपराधियों के बढ़ते मनोबल पर अपनी जीरो टालरेंस की नीति पर त्वरित जमीनी कार्रवाई करने की मांग की है और विफलता की स्थिति में राज्यव्यापी उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
गौरतलब है कि अररिया में एक अखबार के पत्रकार विमल कुमार की अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना पर डब्ल्यूजेएआई ने अपने आफिशियल हैंडल पर लिखा है कि अररिया में दैनिक जागरण के पत्रकार की अपराधियों द्वारा की गई जघन्य हत्या निंदनीय है. अपराधियों में कानून का डर खत्म होने लगा है. वहीं वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के द्वारा राज्य सरकार से अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी और स्पीडी ट्रायल की मांग की गई है. साथ ही कहा गया है कि पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में राज्य सरकार विफल रही है. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ ही अगर सुरक्षित नहीं होंगे तो फिर आम लोगों की दशा क्या होगी. डब्ल्यूजेएआई दिवंगत पत्रकार के आश्रितों को दस लाख रुपए की आर्थिक मदद एवं परिवार के एक सदस्य को स्थाई नौकरी देने की मांग भी राज्य सरकार से की है.
उधर समस्तीपुर में शराब माफिया द्वारा वेब पत्रकार पर हमले की भी संगठन ने निंदा की है. वहीं कहा गया है कि “समस्तीपुर में वेब पोर्टल के पत्रकार पर शराब माफिया द्वारा हमले की सूचना मिली है और वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया वेब पोर्टल के पत्रकार पर हमले की तीव्र भत्सर्ना करती है और पुलिस के वरीय अधिकारियों के साथ ही राज्य सरकार से दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग करती है. साथ ही कहा गया है कि पत्रकारों पर हमले के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और अपराधियों के बीच कानून का डर खत्म हो रहा है. यदि पुलिस महानिदेशक पत्रकारों पर हो रहे हमले को लेकर अपने अधिकारियों को आगाह नहीं करते हैं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा”. संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनन्द कौशल और राष्ट्रीय महासचिव अमित रंजन ने राज्य सरकार से अपराधियों के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति को अमली जामा पहनाने की मांग की है, ताकि सरकार का अखलाख कायम रह सके.
उधर पत्रकार विमल कुमार की हत्या के विरोध में शुक्रवार को पटना में विभिन्न पत्रकार संगठनों ने संयुक्त रूप से डाक बंगला चौराहे से आयकर गोलंबर तक विरोध मार्च निकाला. जिसमें वेब जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सदस्यों ने भी भाग लिया. इस अवसर पर प्रस्ताव पारित कर निर्णय लिया गया कि बिहार के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, डीजीपी को ज्ञापन सौंप कर बिहार में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने, पत्रकारों को लाइसेंसी हथियार देने, पत्रकारों की हत्या होने पर उचित मुआवजा देने तथा मृतक के परिजन को सरकारी नौकरी देने की मांग की जायेगी.